होटल ढाबे बने मयखाने खुले में बिकता क़बाब के साथ शराब

होटल ढाबे बने मयखाने खुले में बिकता क़बाब के साथ शराब

देश का दर्पण न्यूज़ जयपुर

*पुलिस व आबकारी अधिकारी जानकर भी बने हुए हैं अनजान
*सुप्रीम कोर्ट के आदेश की उड़ रही धज्जियां

जयपुर राजधानी कहा जाने वाला जयपुर शहर कबाब ओर  साथ मे अवैध शराब मिलने से गुलाबी हो रहा है। जयपुर शहर परिक्षेत्र में  अवैध दुकानों में खुलेआम शराब बिक रही है। कुछ जगह दुकानें ही खोल दी है, तो कई जगह होटल व ढाबों को ही अवैध ठेके खोल दिए गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं 14 नम्बर पुलिया के किनारे भी अवैध ढाबे खुल गए, जहां चौबीस घंटे शराब बेची जा रही है। फिर भी आबकारी थाने के कांस्टेबल, थानेदार व आबकारी निरीक्षक और अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुए हैं। इसके चलते अब लोग अफसरों की भूमिका पर सवाल उठाने लगे हैं। इससे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की भी खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। फिर भी प्रशासनिक अफसरों ने मौन साध रखा है।जयपुर शहर में अधिकृत दुकानों से ज्यादा  अधिक अवैध शराब बिक्री के ठिकाने हैं। कुछ जगह बकायदा अधिकृत दुकान की तरह दुकानें खोल रखी है, जिनके बाहर अंगे्रजी शराब उपलब्धता के नाम भी अंकित कर रखे हैं। प्रतिबंध के बावजूद हाइवे किनारे पर शराब बिक्री के कई बोर्ड लगे हुए हैं, जिसके जरिये लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। शहर में 14 नम्बर पुलिया के किनारे होटल ढाबों पर भी खुलेआम शराब बिक रही है। फिर भी जिम्मेदार   आबकारी महकमे के जवान और अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुए हैं।
*शिकायत के बावजूद नहीं हटते ढाबे
शराब के अवैध ढाबो को हटाने के लिए आबकारी विभाग व प्रशासन से शिकायत के करने के बावजूद कई जगह से ढाबे नहीं हटे। 14 नम्बर वी के आई पुलिया के किनारे अवैध शराब ओर कबाब का गुर्जर ढाबे के नाम से ढाबा खुला हुआ है। इस ढाबे की देश दर्पण न्यूज़ की टीम द्वारा आबकारी अधिकारी व पुलिस  तक को शिकायत की। लेकिन पुलिस तो पहुंची परन्तु आबकारी ने अपना फोन ही कवरेज एरिया से बाहर कर लिया। देश दर्पण न्यूज़ की टीम को मौके पर काफी मात्रा में लोग शराब पीते व कबाब खाते मीले। लेकिन साथ मे वहां ढाबे पर 14 या 15 वर्ष का लड़का भी काम करता मिला । लेकिन पुलिस के पहुचते ही वहां से सभी लोग भाग गए। और मौके पर सिर्फ चार या पांच बोतल ही शराब मिली। काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी आबकारी विभाग नही पहुंचा। इस ढाबे पर सुबह 8 बजे से देर रात कबाब ओर शराब आसानी से मिल जाते है। लेकिन  अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
*होटल-ढाबे बन गए मयखाने:
शहर व हाइवे की कई होटलें व ढाबे मयखाने बन गए हैं, जहां न सिर्फ खुलेआम शराब बेची जा रही है, बल्कि बैठ कर पीने की खास व्यवस्था है। देश दर्पण के स्टींग में 14 नम्बर पुलिया के किनारे गुर्जर ढाबे पर खुलेआम चौबीस घंटे शराब बेची जा रही है और खाने-पीने की सब व्यवस्था है।

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