सरेआम फायरिंग के आरोपी पर पुलिस ने कसा शिकंजा

सरेआम फायरिंग के आरोपियों पर पुलिस ने कसा शिकंजा, शुभम सिंह सिंघाड़ा पर SSP ने रखा 25 हजार का इनाम
देश का दर्पण न्यूज़ रवि सिंह ब्यूरो चीफ
गोरखपुर के मोहद्दीपुर में सरेआम फायरिंग की घटना को लेकर गोरखपुर पुलिस ने सख्‍य रुख अख्तियार कर लिया है। एसएसपी जोगेेन्‍दर कुमार ने गोली कांड के आरोपी शुभम सिंह सिंघाड़ा के खिलाफ 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है।
शुभम सिंह सिंघाड़ा उन दो गैंगों में से एक का नेतृत्‍व करता है जिनके बीच सोमवार को सिंघडि़या से लेकर मोहद्दीपुर तक करीब 10 राउंड फायरिंग हुई थी। करीब ढाई किमी तक गोलियों की तड़तड़ाहट से गोरखपुर ही नहीं लखनऊ में भी तपिश महसूस की गई। गोली कांड में घायल जितेन्द्र यादव का इलाज चल रहा है। इस बीच दोनों पक्षों के दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस के सामने करीब-करीब पूरी कहानी आ गई है। गैंग बनाकर गुंडागर्दी कर रहे युवकों में कुछ सीए और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी कर रहे युवकों के मां-बाप भी इनकी मनबढ़ई से बिल्‍कुल बेखबर थे। इनमें एक-दो का छोड़ दें तो अभी तक ज्यादातर का कोई अपराधिक रिकार्ड सामने नहीं आया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुशीनगर में तैनात दरोगा का बेटा भी एक गोल में शामिल है। यह पूरा गोल इंजीनियरिंग कालेज से लेकर आवास विकास कालोनी सिंघड़िया तक सक्रिय है। यहीं के सभी लड़के रहने वाले भी हैं। युवकों में पहले आपस में अच्छी दोस्ती थी। इनके परिवारीजनों के बीच भी अच्छे सम्पर्क हैं लेकिन समय के साथ इनके बीच विभाजन हुआ और दो गुट तैयार हो गया। दोनों गुट एक दूसरे पर अपना वर्चस्व दिखाने के लिए लड़ाई करने लगा। छोटी-मोटी मारपीट की घटनाएं तो कई दिनों से चल रही थी। इनके बीच सोमवार को पहले इंजीनियरिंग कालेज के पास स्थित एक हुक्का बार में विवाद हुआ था। हालांकि उससे दो दिन पहले पैडलेगंज स्थित हुक्का बार में विवाद हुआ था। सूत्रों के मुताबिक यह मामला थाने तक पहुंचा था लेकिन बाद में सुलह समझौता हो गया था

Comments

Popular posts from this blog

रानोली गणगौर स्टेडियम में दों दिवसीय गणगौर मेले का आगाज...* *पंचायत प्रसाशन की और से लगाऐं गए सीसीटीवी कैमरे...*

मण्डल रेल प्रबन्धक ने मंडलीय अधिकारियों संग किया बनारस - प्रयागराज रामबाग रेल खण्ड का विन्डो ट्रेलिंग निरीक्षण , दिए दिशा-निर्देश

उत्तर प्रदेश न्यूज़, मऊ में टीएसी टीम ने परखी सड़क निर्माण की गुणवत्ता