22/6/19 पश्चिम बंगाल में पुलिस लाठी चार्ज में फिर बिगाड़ा माहौल!
भाजपा के केंद्रीय प्रतिनिधि दल के जाते हैं, एक्शन में आई पुलिस एक्शन में आई, पुलिस के तरफ से बंद करवा दी गई दुकाने, कोलकाता के भाटपाड़ा काकीनाडा कछारी रोड पर स्थानीय निवासी धरम वीर साव और राम बाबू साव के खून से लाल धरती शुक्रवार के बाद भी शनिवार को उनके इंसाफ की मांग के लिए तपती रही, राज प्रशासन के दो बार सीपी के बदलने डी जी के सीधे कार्रवाई के निर्देश के बाद भी यहां के लोगों को शांति बहाली की अपनी कार्रवाई के बावजूद विश्वास नहीं दिला पाई , लोगों का विश्वास पुलिस से हट गया है , शनिवार को भाजपा के केंद्रीय प्रतिनिधि दल के इलाकों में प्रदर्शन के बाद ही दोबारा माहौल गरमा गया, आरोप है कि गुस्से में स्थानीय लोगों ने इस दिन भी शाम को काकीनाडा बाजार में पांच नंबर गली के सामने पुलिस को घेर कर विरोध जताया जिस पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया , इस लाठीचार्ज में एक व्यक्ति का सिर फट गया, धीरे-धीरे जीवन को स्वाभाविक गति में ले जाने के लिए कुछ लोगों ने साहस दिखाया था और दुकानें खोली थी, लेकिन शाम होते ही स्थिति जस की तस बन गई, अहलोहालिया ने कहा की गोली चलाने वाले पुलिसकर्मी नहीं बच पाएंगे , हिंसा के लिए राज्य सरकार को ठहराया जिम्मेदार, शनिवार को हिंसा ग्रस्त भाटपाड़ा का दौरा करने के बाद भाजपा के संसदीय दल ने वाह अशांति और हिंसा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, भाटपाड़ा में पहुंचे भाजपा के सांसद एसएस आहलूवालिया, सत पाल सिंह, बीडी राम और बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह, स्थानीय लोगों का कहना है कि बेवजह पुलिस ने लाठी चार्ज किया और दुकानें बंद करवा दी, पुलिस की कार्रवाई से ही नहीं लगता कि पुलिस शांति बहाल करवाना चाहती है, सीपी मनोज वर्मा ने पुलिस बल को लेकर घटना घटनास्थल पर पहुंचकर मार्च शुरू करवाया ! भाजपा केंद्रीय प्रतिनिधि दल के साथ ही माकपाऔर कांग्रेस की एक टीम भी इस दिन भाटपाड़ा में स्थिति का जायजा लेने पहुंची थी, आरोप है कि उन्हें भी पुलिस ने घटनास्थल पर जाने से रोक दिया! संदेश खाली और भाटपाड़ा के बाद शनिवार को आमडंगा में एक भाजपा कार्यकर्ता की पीटकर हत्या कर दी गई , उसका नाम नजीम उल करीम उम्र 25 वर्ष है, भाजपा ने इस घटना में तृणमूल समर्थक अपराधी का हाथ होने का आरोप लगाया, है, शुक्रवार की रात को इलाके की दुकान में नजीबुल दवा खरीदने गया था, वाह! से लौटते समय इलाकों के तृणमूल समर्थकों के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी, उसी दौरान उस पर हमला किया गया, बारासात अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को सुबह उसकी मौत हो गई, मौत की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने आमडंगा थाने का घेराव किया!
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