सनफ्लॉवर एकेडमी में मनाया गया। बच्चों ने शिक्षको को उपहार भेंट कर लिया गुरुजनों का आशीर्वाद ।
सनफ्लॉवर एकेडमी में मनाया गया।
बच्चों ने शिक्षको को उपहार भेंट कर लिया गुरुजनों का आशीर्वाद ।
आमेर @ कुंडा स्थित सनफ्लॉवर एकेडमी एवम् राजस्थान आईटीआई के ऑडिटोरियम में शिक्षक दिवस पर डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कृतित्व को याद करते हुए शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया। बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया । कार्यक्रम राजस्थान आईटीआई एवम् वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में शिक्षक दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । संगोष्ट में अतिथिगणों ने अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम में संस्था निदेशक इंजी.अशोक गुर्जर डोई ने कहा कि शिक्षक उस सड़क की तरह होते हैं जो स्वयं तो उसी स्थान पर रहते हैं लेकिन विद्यार्थियों का जीवन संवार कर उन्हें आगे बढ़ा देते हैं। शिक्षक की महत्ता को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। शिक्षक तो उस दीपक के समान होते हैं जो स्वयं जलकर अपनी रोशनी से सबको प्रकाशित करते हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के सहायक निदेशक नवनीत अग्रवाल ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, महान शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे। उनका कहना था कि जहां कहीं से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए। वह पढ़ाने से ज्यादा छात्र-छात्राओं के बौद्धिक विकास पर जोर देने की बात करते थे। हम सभी के जीवन में सफलता के पीछे एक शिक्षक का हाथ होता है। राजस्थली स्कूल की निदेशक एडवोकेट मीनाक्षी शर्मा ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई देते कहा कि एक अच्छा शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं में उम्मीद को जगाता है, कल्पना को प्रज्वलित करता है तथा सीखने की ललक बढ़ाता है। निदेशक महेश कुमार डोई,इंचार्ज मनु शर्मा व जितेंद्र कुमार जैन ने सभी गुरुजनों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि सनफ्लॉवर एकेडमी व राजस्थान आईटीआई की प्रगति में आप सभी का अमूल्य योगदान है। यहां के छात्र-छात्राएं हर क्षेत्र में जो सफलता हासिल कर रहे हैं, उसमें शिक्षकों का मार्गदर्शन सबसे अहम है। समाजसेवीका एवम् महिला विंग जलमहल ब्लॉक अध्यक्ष पूजा शर्मा, शिक्षाविद् आशीष जोशी ने कहा कि माता-पिता के बाद एक शिक्षक ही होता है, जो हमेशा चाहता है कि उसका छात्र अपने जीवन में उससे भी ज़्यादा कामयाबी हासिल करे। शिक्षक ही सिखाते हैं कि कैसे हमें अपने जीवन में लक्ष्य तक पहुँचने के लिए कठिन परिश्रम करना है। शिक्षक ही हमें सही और गलत की पहचान करना सिखाते हैं। जब हम किसी मुश्किल में फंस जाते हैं, तो शिक्षक ही उस मुश्किल से बाहर निकलने में हमारी मदद करते हैं।शिक्षक और विद्यार्थी का रिश्ता ज्ञान से जुड़ा एक रिश्ता है, जिसमें सीखना और सिखाना निरंतर चलता ही रहता है। स्कूली बच्चों द्वारा शिक्षकों को उनके पद व गरिमा के अनुरूप उपहार भेंट कर सम्मानित किया । इस अवसर शिक्षकगण एवम् छात्र छात्राएं उपस्थित रहे ।.
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