लखीमपुर खीरी।गुरुवार को घर में आग लगने से भाभी और ननद जिंदा जल गई।घर से सामान बाहर निकालते समय चाचा और भतीजे झुलस गए हैं। साथ ही 12 मवेशी जिंदा जल गए हैं।
आग लगने से भाभी-ननद जिंदा जली: चाचा-भतीजे झुलसे, 24 घरों का गृहस्थी का सामान जलकर हुआ राख
देश का दर्पण/सुनहरा ब्यूरो
लखीमपुर खीरी।गुरुवार को घर में आग लगने से भाभी और ननद जिंदा जल गई।घर से सामान बाहर निकालते समय चाचा और भतीजे झुलस गए हैं। साथ ही 12 मवेशी जिंदा जल गए हैं। फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चाचा भतीजे को अस्पताल में भर्ती कराया और महिलाओं के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।घटना निघासन तहसील के सिंगहा गांव की है।
गांव में आग लगे की सूचना मिलने पर एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग की कर्मियों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक आग 24 घरों को अपने चपेट में ले चुकी थी। आग लगने से 24 घरों का गृहस्थी का सामान जलकर राख हो गया और चारों तरफ चीख पुकार मच गई। आग लगने से करीब 50 लाख का नुकसान बताया जा रहा है। सिंगहा निवासी संतराम ने बताया कि दोपहर 12 बजे उसके घर से आग लग गई। आग लगने का कारण पता नहीं चल सका। आग लगने से पहले उनकी बुआ 35 वर्षीय संगीता, कमरे में अपने बेटे 13 वर्षीय सचिन के साथ सो रही थी। अचानक कमरे के पास बना बंगला जलने लगा। आग की लपटों से वह जाग गई और सचिन को कमरे से बाहर निकाल दिया। वह उसमें फंस गई और जलकर उनकी मौत हो गई।
सास ने बहू को बचाया 50 वर्षीय रामगुनी पत्नी भागीरथ और उनकी बहू पूजा पत्नी साहजराम छप्पर वाले घर में सो रही थी। अचानक आग देखकर वह पूजा को मिट्टी की डेहरी से पीछे की दीवार फांदकर बाहर निकाल दिया और खुद उसमें फंसकर जलकर मर गई। दोनों को बचाने के लिए घर में घुसे 45 वर्षीय बांके पुत्र बाबूराम, 30 वर्षीय सहजराम पुत्र भागीरथ गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों को सीएचसी में भर्ती कराया गया। हालत खराब होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया है। दोनों की हालत गंभीर है।
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