लोकेश शर्मा ने किए 4 बड़े खुलासे:गहलोत ने सचिन के फोन टेप कराए , अपने हाथ से मुझे 3 क्लिप दिए, कहा- मीडिया को दो


लोकेश शर्मा ने किए 4 बड़े खुलासे:गहलोत ने सचिन के फोन टेप कराए , अपने हाथ से मुझे 3 क्लिप दिए, कहा- मीडिया को दो

जयपुर
सबूत दिखाए... लैपटॉप, पेनड्राइव, रिकॉर्डिंग सुनाई
लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान से दो दिन पूर्व बुधवार को पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा 4 बड़े खुलासे किए। पहला- अशोक गहलोत ने ही उन्हें पेन ड्राइव में फोन टेपिंग के 3 क्लिप दिए थे। सोशल मीडिया से नहीं मिले थे। गहलोत ने कहा था कि इसे मीडिया तक पहुंचाओ। एक ऑडियो में भाजपा पर कांग्रेस विधायकों के खरीद-फरोख्त की बात भी कही गई थी। उन्होंने ही 2020 में ऑडियो मीडिया में वायरल किए थे।

लोकेश ने कहा कि मानेसर बाड़ेबंदी में सचिन पायलट व उनके सभी 18 सहयोगी विधायकों के फोन सर्विलांस पर थे। गहलोत कुर्सी बचाने के लिए सचिन पायलट व उनके गुट के लिए जनता में ओपिनियन बनाना चाहते थे कि ये लोग सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं।

दूसरा- लोकेश शर्मा ने सीधे आरोप लगाए कि फोन टेपिंग में सीएमओ के अफसर, डीजीपी, गृह विभाग के अफसरों व गहलोत की मिलीभगत थी। पायलट व अन्य के फोन सर्विलांस पर रखे गए और टैप किए गए थे। तीसरा- लोकेश शर्मा ने कहा कि गहलोत के कहने पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि ख़राब करने के लिए संजीवनी क्रेडिट सोसायटी का मुद्दा उठाया गया।

संजीवनी से जुड़े लोगों को सीएम हाउस बुलाया और उनके वीडियो रिकॉर्ड किए गए। चौथा- उन्होंने कहा कि रीट मामले में पेपरलीक कराने में गहलोत सरकार के सिस्टम की मिलीभगत थी। भाजपा सरकार मुझसे कुछ रिकॉर्ड मांगेगी तो देने को तैयार हूं।


गहलोत की फोन रिकॉर्डिंग सुनाई

फोन टेपिंग ऑडियो को जिस मोबाइल से मीडिया को भेजा, उसे नष्ट करने और जिस लैपटाप से कॉपी किया, उसे गहलोत जमा कराने को कहा। लोकेश ने बताया कि गहलोत ने दो बार फोन करके पूछा- खबर क्यों नहीं आई, हैंडसैट डिस्ट्रॉय कर दिया न?

भास्कर सीधी बात

अब लोकसभा चुनाव के बीच में गहलोत पर ये आरोप क्यों लगा रहे हैं?

लोग पूछते हैं कि फोन ​टेप की क्लिप कहा से आई थी? मैं जवाब देते-देते थक गया हूं। अशोक गहलोत तो अब मुझसे बात तक नहीं करते। जब तक साथ में थे तो मैं लड़ता रहा। लेकिन अब कहां जाऊं। अब मेरा संयम टूट गया तो सब खुलासा करना पड़ा। मैं और मेरा परिवार परेशान हो गया है। मैं अकेले दिल्ली के चक्कर लगा रहा हूं। 8 मई कोई फिर पेशी है, सुबह 8 से रात 8 बजे तक वहां रहना होगा।

आपने अशोक गहलोत के साथ रहते हुए उनके ही फोन रिकॉर्ड क्यों किए?

मेरे पास सबूत नहीं होता तो आज दुनिया को क्या बताता? लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता और निर्दोष बेरोजगारों का हक कैसे मारा गया, उसके सबूत कहां से लाता? मैं वो अभिमन्यु नहीं बनना चाहता था जो चक्रव्यूह में फंस कर मारा जाए। मैंने इतना तो सीखा है कि चक्रव्यूह से कैसे बाहर निकला जाए?

आप भाजपा में जा रहे हैं क्या?

नहीं, मैं भाजपा में नहीं जा रहा।

सब पूछते हैं कि फोन क्लिप कहां से आईं?

जवाब देते-देते थक गया हूं, इसलिए खुलासा कर रहा हूं। चार वर्ष पहले यही पेन ड्राइव गहलोत ने दी थी

रीट पेपरलीक के बाद गहलोत का फोन- ‘जारोली अपना ही आदमी है’

भास्कर की खबर दिखाई

10 हजार करोड़ के 5 घोटाले बताए

महिलाओं को मुफ्त फोन देने में 7400 करोड़ का घोटाला किया गया।
1000 करोड़ रुपए का खान घोटाला किया गया।
कोरोना महामारी के समय इंजेक्शन खरीदे गए। इसमें 1400 करोड़ का रेमडेसिविर घोटाला किया।
शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक खेलों के नाम पर करोड़ों रु. (126 करोड़) का घोटाला किया गया।
सबूत दिखाए... लैपटॉप, पेनड्राइव, रिकॉर्डिंग सुनाई

लोकेश शर्मा ने कहा कि रीट लेवल-2 का पेपर लीक हो चुका था। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डीपी जारोली इसमें शामिल था। सब सामने आ चुका था। फिर भी कई सप्ताह तो स्वीकार ही नहीं किया कि पेपर आउट हुआ। दबाव बना, विपक्ष का हमला हुआ।

तब लेवल-2 का पेपर आउट मान रद्द कर दिया। लेकिन मैं देख रहा था, गहलोत और उनके तंत्र के सारे अफसर इस बात लेकर बेचैन थे कि कैसे अपने लोगों को बचाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न हो। मामले को दबा दिया। एक रात को 2 बजे गहलोत का फोन आया। उन्होंने मुझे प्रेस कांफ्रेंस का विषय ‘दोबारा लीक नहीं होगा’ लिखवाते हुए अफसरों व मीडिया को बुलाने को कहा। साथ ही डीपी जारोली के लिए कहा- अपना ही आदमी है। सब कुछ वही है।

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