कोरोना के कहर पर बोले राहुल गाँधी ताली बजाने कि नहीं आथिकॅ पैकेज की जरूरत ।
www.deshkadarpannews.com. कोरोना के कहर पर बोले राहुल गांधी- ताली बजाने की नहीं, आर्थिक पैकेज की जरूरत । देशकादपॅण.न्यूज, नई दिल्ली, 23 March, 2020 देशभर में रविवार को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया है. इससे पहले मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है. कोरोना पर राहुल बोले- ताली बजाने की नहीं, आर्थिक पैकेज की जरूरत कोरोना की वजह से सरकार ने जनता कर्फ्यू का किया है ऐलानराहुल गांधी ने सरकार से एक बड़े आर्थिक पैकेज की मांग की भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. इस वायरस की मार देश की इकोनॉमी पर भी पड़ी है. इससे निपटने के लिए भारत सरकार की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं अब अब मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने सरकार से एक बड़े आर्थिक पैकेज की मांग की है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- कोरोनावायरस हमारी नाज़ुक अर्थव्यवस्था पर एक कड़ा प्रहार है. छोटे, मध्यम कारोबारी और दिहाड़ी मजदूर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ताली बजाने से उन्हें मदद नहीं मिलेगी. आज नकद मदद, टैक्स ब्रेक और कर्ज अदायगी पर रोक जैसे एक बड़े आर्थिक पैकेज की जरुरत है. तुरंत कदम उठाएं. दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों से रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन शाम 5 बजे अपने-अपने घरों में ताली या थाली बजाकर कोरोना से निपटने में मदद कर रहे लोगों का सम्मान करने की अपील की है. राहुल गांधी ने पीएम मोदी की इसी अपील पर तंज किया है. सरकार ने आर्थिक पैकेज के दिए हैं संकेत राहुल गांधी ने ये मांग ऐसे समय में की है जब सरकार की ओर से आर्थिक पैकेज की मदद के संकेत दिए गए हैं. बता दें कि बीते शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए नागर विमानन, पशुपालन, पर्यटन और एमएसएमई मंत्रालयों के मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्रों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा जितनी जल्दी संभव हो सकेगा उतनी जल्दी की जायेगी. हालांकि, मंत्री ने पैकेज की घोषणा के बारे में कोई समयसीमा नहीं बताई. टास्कफोर्स के गठन का किया ऐलान इससे पहले, पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए इकोनॉमिक टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में यह टास्क फोर्स एनपीए नियमों में ढील, कंपनियों के टैक्स भुगतान में समय देने जैसे कई बड़े कदम उठा सकता है, साथ ही असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की आय होती रहे इसके लिए कोई घोषणा की जा सकती है. देशकादपॅण.न्यूज, ये पढ़ें: क्या करेगा इकोनॉमिक टास्क फोर्स, जिसकी PM मोदी ने की है घोषणा बता दें कि कोरोना वायरस के चलते यात्राओं पर रोक कारोबारी गतिविधियां ठप पड़ने से ट्रैवल, टूरिज्म और होटल इंडस्ट्री सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इनके अलावा, ईंधन, बिजली, पानी, रबर, प्लास्टिक, कोयला, पेट्रोलियम उत्पादों से जुड़े उद्योग पर भी असर पड़ा है. www.deshkadarpannews.com.
कोरोना से निपटने के लिए सोनिया ने की एकजुट होने की अपील, सरकार से कारोबारियोंं और किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग कोरोना से निपटने के लिए सोनिया ने की एकजुट होने की अपील, सरकार से कारोबारियोंं और किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग। देशकादपॅण.न्यूज, नई दिल्ली Mar 21 2020. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार (21 मार्च) को कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सरकार से आग्रह किया कि चिकित्सा जांच का दायरा बढ़ाया जाए तथा छोटे-मझोले कारोबारियों एवं किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की जाए। सोनिया ने एक बयान में यह भी कहा कि मास्क, सेनिटाइजर, खाने-पीने की वस्तुओं की बाजार में सुचारू ढंग से आपूर्ति बनाई रखी जाए। कांग्रेस की शीर्ष नेता ने लोगों से अफरा-तफरी नहीं फैलाने और सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा, ''कोरोना वायरस को लेकर बहुत चिंता है। लोगों के जीवन के लिए खतरा है और इससे जीविका पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। मेरा मानना है कि हम दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ इस मुश्किल समय से बाहर आ सकते हैं।'' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''130 करोड़ लोगों के देश मे अब तक सिर्फ 15071 लोगों की जांच किए जाने की जानकारी सामने आई है। हमें निगरानी में रखे गए सभी लोगों की जांच करनी चाहिए और जांच का दायरा उन सभी लोगों तक ले जाना चाहिए जो कोरोनो पॉजिटिव पाए लोगों के सीधे संपर्क में आए हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि मास्क, सेनिटाइजर एवं दूसरे स्वास्थ्य सुरक्षा सुरक्षा उपकरणों, खाने-पीने की वस्तुओं की बाजार में निर्बाध आपूर्ति और उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सोनिया के मुताबिक बेड, पृथक केंद्र, वेटिंलेटर और मेडिकल टीम के बारे में जानकारी की कमी दिख रही है। इसके लिए एक पोर्टल बनाने की जरूरत है जहां ये सारी जानकारी एक साथ मिले। साथ ही इसके लिए अलग से बजट तय करने की जरूरत है। उन्होंने कोरोना वायरस का छोटे एवं मझोले कारोबारियों और मजदूरों पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को इनके लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। सोनिया ने कहा, ''सभी कारोबारों खासकर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम कारोबारों काफी मुश्किल में हैं। असाधारण समय में असाधारण कदमों की जरूरत होती है। क्षेत्रवार राहत पैकेज घोषणा की जाए जिसमें कर अदायगी के समय को आगे बढाने, ब्याज में राहत और देनदारियों में भी समय की राहत देना शामिल हो।'' उन्होंने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों और मनरेगा कामगारों को भी सरकार को प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से राहत दी जानी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वेतनभोगी वर्ग के लिए सरकार को ईएमआई की समयसीमा को आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कोरोना के कारण किसानों पर भी असर होने का दावा किया और कहा कि सरकार को कृषि क्षेत्र के लिए भी विशेष राहत पैकेज पर विचार करना चाहिए। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 283 हुई वहीं, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार (21 मार्च) को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 1,000 स्थानों पर गहन देखभाल प्रबंधन पर प्रशिक्षण आयोजित किये। मंत्रालय ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस से निपटने के लिए आपात प्रतिक्रिया के लिए 22 मार्च को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल होगी। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़कर 283 हो गए है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि कोरोना वायरस जांच के लिए दिशानिर्देशों में बदलाव किया गया है। प्रत्यक्ष स्पर्शोन्मुख, अति जोखिम वाले संपर्क के पुष्ट मामलों के संपर्क में आने के 5-14 दिनों के बीच जांच की जानी चाहिए। www.deshkadarpannews.com.
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