राज्यसभा चुनाव स्थगित पर बोले गहलोत बिना सहमति के चुनाव टालना गलत ।
www.deshkadarpannews.com. राज्यसभा चुनाव स्थगित / गहलोत बोले- बिना सहमति के चुनाव टालना गलत; पायलट ने कहा- आयोग के हर फैसले को पॉलिटिसाइज करना सही नहीं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट (दाएं)।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट (दाएं)।
कोराेनावायरस के चलते भारत निर्वाचन आयोग ने 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव को स्थगित कर दिया था
आयोग के फैसले पर सीएम-डिप्टी सीएम की अलग राय, सीएम बाेले- राजस्थान और गुजरात में हॉर्स ट्रेडिंग नहीं कर पाई । देशकादपॅण.न्यूज, Mar 25, 2020, जयपुर.दुनियाभर में फैले कोराेना के खौफ के बीच भारत निर्वाचन आयोग ने 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव को स्थगित कर दिया है। इस फैसले के विरोध में उतरते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- राजनीतिक दलों की राय लिए बिना राज्यसभा चुनाव स्थगित करना चुनाव आयोग का सही निर्णय नहीं है। कोरोना वायरस के संक्रमण से हम सब चिंतित हैं। राजस्थान में लॉकडाउन है। हमने हर फैसला विपक्ष को जानकारी देकर और उनकी राय लेकर लिया है। यही लोकतंत्र है।
गहलोत बोले- मुझे लगता है कि राजस्थान और गुजरात में हॉर्स ट्रेडिंग न कर पाने के कारण मोदी-शाह के दबाव में आयोग ने यह फैसला किया है। आयोग के फैसले के तुरंत बाद गहलोत ने लगातार दो ट्वीट किए और कहा कि केंद्र हर संवैधानिक संस्थाओं पर अपनी राय थोप रहा है। सबसे चिंताजनक तो यह है कि कल तक ही संसद सत्र था।
कल ही मध्यप्रदेश में शपथग्रहण हुआ जिसे जानबूझकर अनदेखा किया। एक दिन पहले राज्यसभा चुनाव स्थगित करना निश्चित रूप से विचारणीय है। बीजेपी गुजरात और राजस्थान में राज्यसभा के धन-बल का इस्तेमाल नहीं कर पाई। यह लोकतंत्र के लिए दुखद दिन है। चुनाव स्थगित करने के निर्णय लेने का हम विरोध नहीं कर रहे, लेकिन इसके लिए सभी राजनीतिक दलों की राय लेनी चाहिए थी।
अभी जनसुरक्षा का संदेश ज्यादा जरूरी
राज्यसभा चुनाव स्थगित करने परडिप्टी सीएम सचिन पायलट की राय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बिल्कुल अलग है। फैसले के बाद अपने निवास पर प्रेस क्रॉन्फ्रेंस कर पायलट ने कहा-निर्वाचन आयोग का ये बहुत ही अच्छा कदम है। लोगो में इसका सन्देश भी जाएगा कि जनसुरक्षा को प्राथमिकता दी है। कोरोना के प्रकोप से मजबूती से मुकाबला करना है। ये महामारी दुनिया के हर देश में पहुंची है। हमें सावधानी से मुकाबला करना है। केंद्र व राज्य के निर्देशों की पालन करें। जिन जगह जनमानस ने सावधानी नहीं बरती, उसकी स्थिति हमने देखी है। भारत में स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा विकसित देशों की तरह नहीं है। लिहाजा हमेंसावधानी ज्यादा बरतनी है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के हर फैसले को पॉलिटिसाइज करना गलत है। www.deshkadarpannews.com.
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