बाड़ी-दहेज की बलि चढ़ी एक और बेटी, परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल, दोनों बेटियों को दहेज रूपी दानवों ने मारा
बाड़ी-दहेज की बलि चढ़ी एक और बेटी, परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल, दोनों बेटियों को दहेज रूपी दानवों ने मारा
धौलपुर ( धर्मेन्द्र बिधौलिया)26 मई।
जिले के बाड़ी कोतवाली थाना क्षेत्र के परशुराम धर्मशाला के पास धर्मेंद्र एक 30 वर्षीया विवाहिता को फाँसी लगाकर मारने का मामला सामने आया है।
मृतका के मायके पक्ष के पिता एवं अन्य परिजनों का कहना है कि उनकी पुत्री 30 वर्षीया गुड़िया को उनके ससुराली जनों ने फांसी लगाकर मार दिया।
मृतका गुड़िया के पिता मुन्नालाल पुत्र रामनाथ ब्राह्मण निवासी ग्राम पार्टी का पुरा ने बताया कि उसने अपनी दो पुत्रियों गुड़िया व सपना की शादी प्रदीप व नीरज पुत्र महेश निवासी ग्राम जारगा थाना बसेड़ी के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सन 2010 में संपन्न की थी जो वर्तमान में परशुराम कॉलोनी बाड़ी में निवास करते हैं।
मृतका गुड़िया के पिता ने बताया के गुड़िया के ससुराल वाले दहेज के लिए लालची हैं तथा शादी के करीब 2 महीने बाद से ही दोनों बच्चियों को दहेज के लिए तंग परेशान करते थे।
उक्त लोग जिनमें मृतका का पति प्रदीप व नीरज, सोनू पुत्र गण,मीरा पत्नी महेश जाति ब्राह्मण निवासी जरगा ऑल परशुराम कॉलोनी ने प्रार्थी की छोटी पुत्री सपना को शादी के करीब 3 वर्ष बाद मार दिया था। प्रार्थी की बड़ी पुत्री गुड़िया को दहेज के लालच में आज 27 मई को गले में फांसी का फंदा डालकर मार दिया गया है।
मृतका गुड़िया के एक
8 वर्षीया बच्ची तनु एवं 4 वर्षीय बच्चा नितिन है।
जब मृतका गुड़िया के पिता को इस बारे में पता चला कि उसकी बेटी गुड़िया को दहेजलोभियों ने जान से मार दिया है तो वे और लाश बाड़ी के चिकित्सालय में पड़ी है तो प्रार्थी अपने साथ गांव के अन्य लोगों राम प्रकाश,ओम प्रकाश, रामेश्वर, देवेंद्र व अन्य काफी लोगों को लेकर बाड़ी चिकित्सालय पहुंचे तो उसके गुड़िया के ससुराली जन वहां पर मौजूद नहीं थे।
पीड़िता के पिता एवं परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी एक पुत्री को ससुराली जनों ने पहले मार दिया था और एक पुत्री अब मार दी गई है।
मृतका के पिता का रो- रो कर बुरा हाल था।
उसका कहना था जैसे मेरी पुत्री को मारा गया है मुझे न्याय मिलना चाहिए और मारने व को कठोर से कठोर दंड मिलना चाहिए।
पुलिस ने शव को बाड़ी राजकीय चिकित्सालय थी मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
मामले को लेकर मृतका गुड़िया के परिजनों में काफी आक्रोश है। मामले की सफलता को देखते हुए पुलिस की चिकित्सालय में पहुंच गई।
मृतका के परिजन पुलिस में मामला दर्ज करवाने के लिए परेशान होते रहे। परिजनों का आरोप था कि जब वे कोतवाली एफ आई आर दर्ज कराने पहुंचे तो पहले वहां से उन्हें भगा दिया गया।



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