राजस्थान संजीवनी कोऑपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष सीओ सहित चार गिरफ्तार!20/9/19
www.deshkadarpannews.com 953 953 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी में SOG की कार्रवाई में गुरुवार को CO सहित 4 गिरफ्तार । SOG ने अध्यक्ष नरेश सोनी, मुख्य कायॅकारी अध्यक्ष किसन सिंह चूूली और दो पूूवॅॅ अध्यक्ष देेवी सिंह व सैतान सिह सहित नरेश सोनी को गिरफ्तार किया । देश का दपॅण न्यूज: संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी का सीएमडी विक्रम सिंह गिरफ्तार, प्रदेश के 1,46,991 निवेशकों से 953 करोड़ की ठगी विक्रम सिंह। विक्रम सिंह। 1100 करोड़ रुपए के लोन दर्शाए, इनमें से 55 हजार बोगस निकले वर्ष 2007 में बाड़मेर से शुरुआत, 12 साल में राजस्थान-गुजरात में खोली 237 शाखाएं देश का दपॅण न्यूज: Sep 18, 2019, बाड़मेर। बाड़मेर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों के खिलाफ जांच में जुटी एसओजी ने तीसरी बड़ी कार्रवाई हुए संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. के सीएमडी विक्रम सिंह इंद्रोई को गिरफ्तार कर लिया है। वर्ष 2007 में संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव की बाड़मेर से शुरुआत हुई थी। अब एसओजी ने 1100 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में संजीवनी क्रेडिट के सीएमडी को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही राजस्थान और गुजरात की 237 शाखाओं पर ताले लग गए। इससे पूर्व एसओजी ने आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव को 14800 करोड़, नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव को 500 करोड़ के मामले में संचालकों सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद तीसरी बड़ी कार्रवाई संजीवनी क्रेडिट सोसायटी के खिलाफ हुई है। संजीवनी क्रेडिट काे-ऑपरेटिव सोसायटी लि. में 1100 करोड़ के घोटाले के मामले में मुख्य सरगना, संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं पूर्व अध्यक्ष विक्रम सिंह पुत्र छुगसिंह निवासी इंद्रोई रामसर बाड़मेर को एसओजी ने गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा 420, 406, 409, 467, 468, 471, 477ए, 120बी एवं 65 आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया है। एटीएस व एसओजी के एडीजी अनिल पालीवाल ने बताया कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. के खिलाफ निवेशकों से उनकी जमा पूंजी पर अधिक ब्याज, मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगी करने के दर्ज प्रकरण का अनुसंधान एसओजी कर रही है। राजस्थान में संजीवनी की 211 एवं गुजरात में 26 शाखाएं हैं। दोनों राज्यों में कुल 237 शाखाएं खोली गईं। राजस्थान से करीब 1,46,991 निवेशकों से 953 करोड़ से अधिक की ठगी की है। सोसायटी की लेखा पुस्तकों में 1100 करोड़ रुपए के ऋण दर्शित किए गए हैं, इनमें अधिकतर बोगस ग्राहक हैं। ऐसे बोगस ऋणों की संख्या करीब 55 हजार है एवं औसत ऋण प्रति व्यक्ति करीब 2 लाख है। कुल ऋण करीब 1100 करोड़ रुपए का दर्शाया गया है। कूटरचित हस्ताक्षरों से ऋण बांट दिया एसओजी की जांच में सामने आया कि जिन व्यक्तियों के नाम ऋण स्वीकृत किया गया है, जांच में उन व्यक्तियों के कूट रचित हस्ताक्षर सामने आए। 1100 करोड़ रुपए ऋण बांटना दर्शाया गया है, जो अपने आप में संदेह के घेरे में हैं। ऐसे में एसओजी की टीम पूरे मामले में रिकॉर्ड की जांच कर रही है। ग्राहकों की सुविधा के लिए एटीएम संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी ने अपनी शाखाओं के विस्तार के साथ ही ग्राहकों की सुविधा के लिए एटीएम तक लगा दिए थे, जबकि क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी एटीएम नहीं लगा सकती थी। इन एटीएम के उद्घाटन के लिए राजनेता और सरकारी अधिकारी भी शरीक हुए थे। शाखाएं बंद, निवेशकों की चिंताएं बढ़ीं बाड़मेर में पहली क्रेडिट सोसायटी के रूप में संजीवनी वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। इसी दौर में बाड़मेर जिले में तेल-गैस, लिग्नाइट और अन्य क्षेत्रों व्यापारिक बूम आया हुआ था। तेल-गैस कंपनियों के बाड़मेर में निवेश और भूमि अवाप्ति से गरीब किसानों के पास भी करोड़ों रुपए आए थे। इस सोसायटी ने लोगों को लुभावने वादों के साथ झांसे में लिया और कम समय में दुगुना-तिगुनी राशि करने का झांसा देकर हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपए की पूंजी जमा कर ली। निवेशकों की पूंजी पर आलीशान दफ्तर, गाडिया और फ्लैट खरीद लिए। ऐश-मौज की जिंदगी के साथ ही जोधपुर में तीन मंजिला प्रधान कार्यालय खोल दिया। इसके बाद इसके सीएमडी ने एक अखबार का प्रकाशन भी शुरू कर दिया। अब सीएमडी के गिरफ्तार होने और क्रेडिट सोसायटी के दफ्तरों पर ताले लगने के बाद निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं। करीब 10 दिन पूर्व ही नवजीवन क्रेडिट सोसायटी के संचालक सहित दो लोगों को 500 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तार किया था। www.deshkadarpannews.com
Comments
Post a Comment