जयपुर जेल में बनाई तस्करी की योजना और छुटने के बाद कि वारदात ।25/9/19
www.deshkadarpannews.com JAIPUR एसओजी का खुलासा: जयपुर जेल में बनाई तस्करी की योजना, छूटने के बाद साथियों के साथ वारदात को जयपुर पहुंचा, तो धरा गया। देश का दपॅण न्यूज; Sep, 25 2019 Fake currency Smuggling : गिरफ्तार तस्कर खेमचंद से पूछताछ में मिली कई चौंकाने वाली जानकारियां, बांग्लादेश बार्डर से सटे पश्चिम बंगाल के मालदा और वर्धमान है तस्करों का गढ़, पांच सौ, एक हजार के बाद अब दो हजार के जाली नोटों की तस्करी में जुटे तस्कर जयपुर। भारतीय रिजर्व बैंक के बड़े नोटों के बदलने के साथ ही जाली नोटों के तस्कर गिरोह भी सक्रिय हो जाते हैं। तस्करों ने पहले एक हजार और पांच सौ के नोटों की जमकर तस्करी की और अब तस्कर गिरोह दो हजार के जाली नोटों की तस्करी में जुट गए हैं। तस्करी के लिए बदमाशों ने बांग्लादेश से सटे पश्चिम बंगाल के मालदा और वर्धमान जिलों को अड्डा बना लिया है, जहां से देशभर में जाली नोटों की खेप भेजी जा रही है। यह चौंकाने वाली जानकारी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और माणकचौक थाना पुलिस की गिरफ्त में आए तस्करों ने पुलिस को पूछताछ में दी है। जाली नोटों की तस्करी के मामले में माणकचौक थाना पुलिस ने बुधवार को ही नारदपुरा निवासी खेमचंद उर्फ खेमा और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। एक हजार और पांच सौ के जाली नोटों की खेप के साथ खेमा पूर्व में भी वर्ष 2010 और 2016 में भी गिरफ्तार हुआ था। इससे पहले 28 अगस्त को एसओजी ने फुलेरा निवासी जगदीश और रामधन को गिरफ्तार कर दो-दो हजार के 88 जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों गिरोह के पश्चिम बंगाल के तस्करों से जुड़े हैं तार गिरफ्तार तस्कर खेमचंद की मुलाकात वर्ष 2009 में जयपुर सेंट्रल जेल में पश्चिम बंगाल में मालदा जिले के कलियाचक के तस्कर कय्यूम से हुई। जेल से बाहर आने के बाद खेमा उसके साथ कमिलयाचक गया, जहां उसने तस्कर भाई हसिमुद्दीन और जसिमुद्दीन के साथ मिलकर जयपुर में जाली नोट बेचने की योजना बनाई। इसके चलते दोनों तस्कर भाई अपने साथी अनरूल शेख, असलम शेख और नौशाद को साथ लेकर वर्ष 2010 में एक हजार और पांच सौ के 3.74 लाख जाली नोट लेकर जयपुर आ गए। इसबीच मुखबिर की सूचना पर ब्रम्हपुरी थाना पुलिस ने खेमा और पश्चिम बंगाल के इन तस्करों को गिरफ्तार कर जाली नोट बरामद कर लिए। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद वर्ष 2016 में खेमा फिर कमिलयाचक गया और वहां से एक हजार के 1.98 लाख जाली नोट लेकर आया, जिसपर आमेर इलाके पुलिस ने उसे जाली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसी तहर एसओजी ने 28 अगस्त को जयपुर रेलवे स्टेशन से फुलेरा निवासी जगदीश और रामधन को गिरफ्तार दो-दो हजार के 88 जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों तस्करों ने एसओजी को पूछताछ में जाली नोट पश्चिम बंगाल के वर्धमान से लाने की जानकारी दी है। पाकिस्तान छाप रहा है जाली नोट पश्चिम बंगाल के मालदा और वर्धमान जिला बांग्लादेश बार्डर पर है। इसके चलते इस जिलों मे पाकिस्तान और बांग्लोदश के तस्कर सक्रिय हैं। पाकिस्तान ने जाली नोटों की खेप बांग्लादेश भेजी जाती है, जहां से मालदा और वर्धमान जिले के तस्करों को सप्लाई किया जाता है। www.deshkadarpannews.com

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