बाबुल सुप्रीयो को पश्र्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी मे छात्रो ने घंटो तक घेरे रखा ।20/9/19
www.deshkadarpannews.com बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को छात्रों ने कई घंटों तक घेरे रखा और आख़िरकार राज्यपाल जगदीप धनखड़ उन्हें कैंपस से निकालकर ले गए। जादवपुर कैंपस में मौजूद हमारे बीबीसी संवाददाता अमिताभ भट्टासाली ने बताया कि बाबुल सुप्रियो का तक़रीबन साढ़े पांच घंटे तक घेराव किया गया बाद में जब राज्यपाल उन्हें छुड़ाने पहुंचे तो लगभग एक घंटे तक उनको भी घेरकर रखा गया था। केंद्रीय मंत्री यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। बाबुल सुप्रियो ने वाइस चांसलर से पुलिस को बुलाने को कहा लेकिन उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान में पुलिस बुलाने की बजाय वो इस्तीफ़ा देना ज़्यादा पसंद करेंगे। टीएमसी ने राज्यपाल पर उठाए सवाल वहीं, राज्य में सत्तारुढ़ टीएमसी ने बयान जारी कर राज्यपाल के यूनिवर्सिटी में जाकर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता को बचाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने बयान जारी किया है कि राज्यपाल राज्य सरकार को सूचित किए बिना वहां गए और उन्होंने रास्ते में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फ़ोन किया, मुख्यमंत्री ने उन्हें वहां न जाने की सलाह दी लेकिन वह फिर भी वहां चले गए। सत्ताधारी दल ने कहा है कि यह क़ानून-व्यवस्था का मामला नहीं है। टीएमसी ने कहा है कि राज्य की पुलिस यूनिवर्सिटी के बाहर खड़ी थी लेकिन वाइस चांसलर की ओर से कोई अनुरोध न आने के कारण वह अंदर नहीं गई। इससे पहले दिन में बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा, "ये कुछ भी कर लें उकसा मुझे पाएंगे नहीं। लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखने में विपक्ष की भूमिका सत्ताधारी दल की तरह ही काफी अहम है, तथा मतभेदों को धैर्यपूर्वक सुनना भी आवश्यक है। इस तरह का व्यवहार अनुचित तथा निन्दनीय है." छात्रों के बीच से बाबुल सुप्रियो को निकालने में सीआरपीएफ़ के गार्ड भी असमर्थ दिखे। उन्हें निकालने के लिए राज्यपाल यूनिवर्सिटी पहुंचे जो ख़ुद यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। राज्य के इतिहास में इसे अभूतपूर्व माना जा सकता है। छात्रसंघ का कमरा Image captionएबीवीपी समर्थकों ने आर्ट्स फ़ैकल्टी में छात्र संघ के कमरे में भी तोड़फ़ोड़ की है इन सब घटना के बीच एबीवीपी समर्थकों ने भी अपना ग़ुस्सा निकाला. उन्होंने आर्ट्स फ़ैकल्टी में छात्रसंघ के कमरे में तोड़फ़ोड़ की। पश्चिम बंगाल की लड़कियों को राजनीति से डर नहीं लगता? एकसाथ कई मोर्चों पर लड़ रही है जादवपुर यूनिवर्सिटी सामचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, राज्यपाल के मीडिया सचिव ने कहा है कि छात्रों के एक हिस्से द्वारा केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के घेराव को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गंभीरता से लिया है और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से इस बारे में बात की है. मीडिया सचिव के अनुसार, "राज्यपाल ने जादवपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से बात की है और इस बात से नाराज़गी ज़ाहिर की है कि इस मामले में तुरंत कोई क़दम नहीं उठाया गया है, जिससे हालात बिगड़ सकते हैं. राज्य की शासन व्यवस्था गंभीर होने का ये उदाहरण है।
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