उत्तर प्रदेश पुलिस कि ताबाड़तोड़ अपराधीयों पर कायॅवाही से नवाब कुरैशी की आपराधिक नबाबी खत्म ।27/8/19
www.deshkadarpannews.com: उत्तर प्रदेश राज्य नवाब कुरैशी की आपराधिक नवाबी खत्म कर दी शामली पुलिस ने… हाथ मे शपथपत्र ले कर पंहुचा पुलिस के पास और बोला -“कसम खाता हू,अब नहीं करूँगा कोई भी अपराध ।शामली/उत्तर प्रदेश अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही से शामली पुलिस इन दिनों चर्चाओ में है। छोटे बड़े सभी पेशेवर अपराधियों पर पुलिस मानो काल बनकर टूट पड़ी है। 2 दिन पहले ही SP अजय कुमार के नेत्रत्व में मात्र 12 घंटो के भीतर 44 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की बड़ी कार्यवाही को देख अपराधियों में दहशत का माहोल है। ऐसा लगने लगा है की शामली पुलिस अपराधियों का बिलकुल सफाया करने में तेजी से आगे बढ़ रही है। और इसी इच्छाशक्ति का परिणाम है। की ऐसे कुख्यात अपराधी जिनकी इस छेत्र में तूती बोलती थी जिनके नाम से हफता वसूला जाता था और लोगो में दहशत थी आज ऐसे माफिया हलफ़नामा (ऐफीडेविट) अपने हाथ में लेकर लुकते-छिपते, गिड़गिड़ाते हुए आत्मसमर्पण कर रहे है। जनपद शामली के ताज़ा मामले ने सभी को चौका दिया है। यहा अपराधियों में पुलिस की दहशत इस कदर बैठ गई है। की एक बड़े हिस्ट्रीशीटर व लुटेरा जिसका नाम नवाब क़ुरैशी बताया जा रहा है। ने अपराध से तौबा करते हुए (एफीडेविट) अपने हाथ में लेकर लुकते-छिपते, गिड़गिड़ाते हुए ख़ुद-ब-ख़ुद पुलिस चौकी पहुँच। कर आत्मसमर्पण की गुहार लगाई है। अपराधी के हाथ में एक ऐफिडेविट था जिसमे लिखा था की वो भविष्य में फिर कभी अपराध नहीं करेगा। क़समें खाते हुए सुधर कर सम्मानजनक जीवन जीने के लिए अपने बयानों को लिखित में पुलिस को दिया है। उल्लेखनीय है कि एस पी शामली अजय कुमार के नेतृत्व में हुई पुलिस मुठभेड़ में इसी साल जनवरी महीने में यह अपराधी पुलिस की गोली से घायल होने के बाद गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। अभी कुछ दिनों पहले ही जेल से छूट कर आ सका है, और अब सुधर जाने की क़समें खाता घूम रहा है। यह भी उल्लेखनीय है कि शामली में अब तक कई बदमाश मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं तथा 50 से भी अधिक बदमाश घायल होकर जेलों में बंद हो चुके हैं। शामली पुलिस ने इस अपराधी, नवाब क़ुरैशी, द्वारा दिए गए एफिडेविट को क़ब्ज़े में ले लिया और अपराधी को दो टूक अंदाज़ में समझा दिया कि ”हर अपराधी के आगे-पीछे शामली पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। अगर कोई भी अपराध किया या आम आदमी को सताया तो अंजाम बहुत ही बुरा होगा। पुलिस पर फ़ायर करोगे तो पुलिस भी चुप नहीं रहेगी। बचाव में पुलिस भी फ़ायर करेगी, और इस फ़ायरिंग में जान भी जा सकती है; इसलिए गुनाहों से तौबा करने में ही भलाई है। जाओ, तुम्हें मौक़ा दिया जा रहा है।” अपराधी ने हाथ जोड़कर, गिड़गिड़ा कर पुलिस की सीख पर अमल करने की बात कही; और इस तरह से समझा-बुझा कर कुख्यात अपराधी को पुलिस चौकी से रूख़्सत कर दिया गया। शीर्ष नेत्रत्व की इच्छाशक्ति यदि अपराध को समाप्त करने की हो तो परिणाम सुखद आना स्वाभाविक है। साथ में काम करने वाली टीम का भी होसला बुलंद होता हैं।आमजन में भी पुलिस के प्रति सम्मान और विश्वास में भी बढोतरी होती हैं। शामली SP अजय कुमार व उनकी टीम छेत्र में भयमुक्त वातावरण बनाने में बखूबी कामयाब भी हो रही हैं। जिसका परिणाम हैं की अपराधी आत्मसमर्पण के लिए हाथ में शपथपत्र लिए घूम रहे हैं। जिसकी आमजन में भी तारीफ हो रही हैं।
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