लालू प्रसाद यादव के पुत्र अब महागठबंधन के नेता नहीं रहे ।28/8/19


www.deshkadarpannews.com : 
 लालू के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव अब महागठबंधन के नेता नहीं रहे, जानिए वजह पटना, जेएनएन। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में मिली करारी हार के बाद मंगलवार को एक बार फिर महागठबंधन (Grand Alliance) के घट दलों के नेताओं की राबड़ी देवी (Rabri devi) के आवास पर हुई। इस बैठक में लोकसभा चुनाव की हार पर चर्चा के साथ ही आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। इस बैठक में घटक दलों के सभी नेताओं ने एक स्वर में आगे संघर्ष करने की बात भी कही। इस बैठक की सबसे बड़ी बात ये रही कि घटक दल के नेताओं ने राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाया और उनके नेतृत्व को फिलहाल विधानसभा चुनाव के लिए खारिज कर दिया। इससे अब ये ही कहा जा सकता है तेजस्वी यादव अब महागठबंधन के नेता नहीं रहे। बता दें कि राज्य में होने वाले पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीटों के उपचुनाव के मद्देनजर राबड़ी आवास पर मंगलवार को महागठबंधन की अहम बैठक थी। बैठक के बाद पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने महागठबंधन के सभी बड़े नेताओं की उपस्थिति में ऐलान किया कि पहले एनडीए राज्य में अपना नेता घोषित करे। जरूरत होगी तो महागठबंधन भी अपना नेता घोषित करेगा। बैठक में यह भी बताया गया कि राजद (RJD) कांग्रेस (CONGRESS) रालोसपा (RLSP) हम (HAM) और विकासशील इन्सान पार्टी(VIP) का महागठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए नहीं था, बल्कि जन सरोकारों के लिए था। बैठक में जो बात खास हुई वह यह कि गठबंधन में शामिल दलों ने तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) को महागठबंधन का नेता मानने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस ने उठाया नेतृत्व पर सवाल कांग्रेस के प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने न सिर्फ तेजस्वी को महागठबंधन का नेता मानने से इंकार कर दिया, बल्कि यह भी साफ़ कर दिया कि बिहार विधानसभा चुनाव में जिस नेता के नेतृत्व में महागठबंधन चुनाव मैदान में जाएगा उस चेहरे का चुनाव राहुल गांधी या फिर सोनिया गांधी ही करेंगी। राठौड़ के इस बयान से जीतनराम मांझी को कांग्रेस का साथ मिला है जो उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। दरअसल, लोकसभा चुनाव में महागठबन्धन की करारी हार के बाद से जीतन राम मांझी लगातार तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे हैं और उन्हें अनुभवहीन करार देते रहे हैंष। सोमवार को भी उन्होंने यही बात दोहराई थी। मंगलवार को भी मांझी ने कहा कि हम सब एक हैं। राज्य में महागठबंधन बना रहेगा। तेजस्वी को नेता घोषित करने के पत्रकारों के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने चुप्पी साध ली। कुरेदने पर मांझी ने कहा- समय आने पर नेता तय होगा। हालांकि अपने ही घर में आयोजित इस प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी खुद शामिल नहीं हुए थे।                              देश का दपॅण न्यूज: 29/8/19                   बिहर: तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के नेताओं को आखिरकार अपना मोबाइल नंबर दिया । पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई, तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) मीडिया से दूरी बनाए रहे।  बिहार के महागठबंधन के नेताओं की बैठक पटना में राबड़ी देवी के निवास पर हुई. खास बातें नीतीश कुमार और उनकी सरकार को निशाने पर रखा जाएगा अगले उपचुनावों के लिए सभी दल अभी से तैयारी में लग जाएंगे जन सरोकार के मुद्दों पर राज्य भर में लोगों के साथ संघर्ष करेंगे पटना: बिहार में महागठबंधन के नेताओं की मंगलवार को एक बैठक हुई. इस बैठक की ख़ास बात यह रही कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) ने अपना मोबाइल का नंबर अन्य दलों के नेताओं को दिया. यह बैठक भले राबड़ी देवी के घर पर हुई लेकिन इस बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी देने के लिए तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) अपने घर के बाहर अन्य नेताओं के साथ नहीं आए. इसके कारण अन्य दलों के नेताओं में नाराजगी भी दिखी. बैठक में उपेन्द्र कुशवाहा के सवाल कि आखिर महगठबंधन के अन्य नेता नीतीश कुमार की इतनी तारीफ़ क्यों करते हैं? पर तय हुआ कि भविष्य में नीतीश कुमार और उनकी सरकार को निशाने पर रखा जाएगा. साथ ही विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव में सभी दल अभी से तैयारी में लग जाएंगे। बैठक के बाद जारी की गई एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, रालोसपा, हम, वीआईपी पार्टी का महागठबंधन महज चुनाव के लिए नहीं था। यह गठबंधन अवाम के सरोकारों को उसकी समेकित पूर्ति के लिए था और हम अपनी सामूहिक जिम्मेदारी को भली भांति समझते हैं। हम सबका यह मानना है कि गरीब गुरबा, पिछड़ा, दलित, वंचित समाज और युवाओं के सरोकारों की मौजूदा केंद्र और राज्य की सरकार को रत्ती भर भी परवाह नहीं है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि हम तमाम दलों के लिए हमारी राजनीति सिर्फ चुनाव लड़ने और सीटों के बंटवारे का नाम नहीं है। हमारी समकालीन राजनीति का ताल्लुक सर्वप्रथम इस बात से है कि किस प्रकार इस मौजूदा संकट की घड़ी से राज्य और देश को निकाला जाए । अर्थव्यवस्था आज़ादी के बाद के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है । बेरोजगारी हर घर में दस्तक दे चुकी है।  असंगठित क्षेत्र और किसानी लहूलुहान है । सदियों से स्थापित गुरु रविदास के मंदिर को तोड़ा जा रहा है । गरीबों की रोज़ी-रोटी और आशियाने को उजाड़ा जा रहा है. आरएसएस एवं बीजेपी सरकार संविधान और आरक्षण को समाप्त करने की साज़िश रच रही है।  आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंशा भी ज़ाहिर की है।  मंत्री पद को लेकर BJP से 'नाराज' चल रहे नीतीश को मिला लालू का न्योता, कहा- फिर एकजुट होने का समय महागठबंधन ने कहा है कि हम सभी यह भी जानते हैं कि सामाजिक सौहार्द किस बदहाली से गुजर रहा है। बिहार में एनडीए गठबंधन 12 वर्ष से अधिक समय से शासन कर रहा है फिर भी बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, पलायन, व्यापार और क़ानून व्यवस्था का बुरा हाल है। लोकसभा चुनाव में हार के बाद महागठबंधन में रार, मांझी बोले तेजस्वी तो... विज्ञप्ति में कहा गया है कि महागठबंधन के तमाम सहयोगी दल इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि मौजूदा दौर में राजनीति के स्वरूप और चरित्र को बदलना भी हमारी जिम्मेदारी है। राज्य और राष्ट्र को एक वैकल्पिक लोकोन्मुख राजनीति का तेवर दिया जाए, यह हम सबका भरोसा है।  हमारा गठबंधन सिर्फ नेताओं के बीच का गठबंधन नहीं बल्कि समाज के हाशिए पर पड़े लोगों का हाथ पकड़कर चलने की प्रतिबद्धता का दूसरा नाम है।  इस बैठक में हमने यह निर्णय लिया है कि आने वाले दिनों में हम जनसंघर्षों के माध्यम से जन सरोकार के मुद्दों पर राज्य भर में लोगों को शिक्षित और जागरूक करने के साथ शांतिपूर्ण संघर्ष में उनके सहभागी होंगे ।                          बीजेपी गठबंधन के सामने क्यों ध्वस्त हुआ महागठबंधन?                                       तेजस्वी ने नीतीश कुमार से फिर इस्तीफा मांगा तेजस्वी का नीतीश कुमार पर निशाना, सुशासन का प्रशासन कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका क्या तेजस्वी यादव
   

Comments

Popular posts from this blog

रानोली गणगौर स्टेडियम में दों दिवसीय गणगौर मेले का आगाज...* *पंचायत प्रसाशन की और से लगाऐं गए सीसीटीवी कैमरे...*

मण्डल रेल प्रबन्धक ने मंडलीय अधिकारियों संग किया बनारस - प्रयागराज रामबाग रेल खण्ड का विन्डो ट्रेलिंग निरीक्षण , दिए दिशा-निर्देश

उत्तर प्रदेश न्यूज़, मऊ में टीएसी टीम ने परखी सड़क निर्माण की गुणवत्ता