एक्स्ट्रा क्लास के बहाने बच्चों से एक साल से कुकमॅ कर रहा था।12/12/19


देशकादपॅण.न्यूज: 
 राजस्थान / एक्स्ट्रा क्लास के बहाने बच्चों से एक साल से कुकर्म कर रहा था टीचर, पेरेंट्स को कहता था- बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं आरोपी शिक्षक रविंद्र सिंह की करतूत से हर कोई हैरान है। आरोपी शिक्षक रविंद्र सिंह की करतूत से हर कोई हैरान है। आराेपी शिक्षकअप्रैल 2018 से स्कूल में कार्यरत था, दूसरों के सामने बेहद शरीफ बनकर रहा स्कूल में ऐसी छवि बनाई कि इसी साल 14 फरवरी को उसे बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया .Deshka Darpan News. Dec 12, 2019,  झुंझुनूं. यहांदोरासर स्थित स्कूल में 12 बच्चों के साथ कुकर्म करने वाले शिक्षक की चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। यह शिक्षक लंबे समय से बच्चों के साथ इस तरह की करतूत कर रहा था। स्कूल में खुद का खौफ ऐसा बना रखा था कि मासूम बच्चे कुछ कहने से ही डरते रहे। आखिरकार, एक बच्चे ने साहस दिखाया और उसकी शिकायत के बाद 12 बच्चे और सामने आए। मामला दोरासर में स्थित सैनिक स्कूल का है। प्रिंसिपल ने सदर थाने में आरोपीशिक्षक रविंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ 8 बच्चों के साथ कुकर्म करने का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने जब बच्चों से पूछा तो चार और बच्चे सामने आए। इसके साथ ही जांच टीम स्कूल भी पहुंची और उस कमरे की पड़ताल की, जहां आरोपी रहता था और बच्चों के साथ गलत काम करता था। पुलिस आरोपी को भी अपने साथ वहां लेकर गई। गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा। सामने आया है कि आरोपी अक्सर कई अभिभावकों से फोन पर बच्चों की शिकायत करता था कि उनका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है। ऐसे में अभिभावक बच्चे को शिक्षक की बात पर ध्यान देने को कहते। इसी के आधार पर आरोपी एक्स्ट्रा क्लास के बहाने अक्सर किसी ना किसी बच्चे को रात दस बजे अपने कमरे में बुला लेता और उसके साथ अश्लील हरकतें करता। ऐसे विश्वास कायम करता गया आरोपी, इसलिए प्रबंधन ने हैड टीचर भी बना दिया बच्चों पर सख्ती :आरोपी रविंद्रसिंह ने स्कूल में बच्चों पर सख्ती दिखाई। वह उन्हें बात-बात पर डांटता था। कभी अनुशासन के लिए तो कभी पढ़ाई के लिए। नतीजा बच्चे डरकर रहने लगे। आरोपी शिक्षक बच्चों से जो कहता वे वही करते रहे। कई बार वह बच्चों पर अनुशासन तोड़ने के नाम पर जुर्माना भी लगा देता। सामने आया है कि इस तरह उसने अब तक करीब 40 हजार रुपए भी वसूल लिए। अभिभावकों से शिकायत :बच्चों की छोटी मोटी बातों को भी वह अभिभावकों तक पहुंचाने लगा। मसलन किसी अभिभावक से कहा कि आपका बच्चा अंग्रेजी नहीं बोलता। नतीजा अभिभावकों ने शिक्षक की बातों पर ध्यान देने को कहा। इसी बहाने उसने बच्चों को एक-एक कर बुलाकर एक्सट्रा क्लासें शुरू कर दी। इसी बहाने वह गलत काम करता रहा। स्कूल में सम्मानित हुआ :रवींद्र सिंह अप्रैल 2018 से स्कूल में कार्यरत था। दूसरों के सामने आरोपी बेहद शरीफ बनकर रहा। आरोपी अंग्रेजी विषय का शिक्षक है। उसने स्कूल में ऐसी छवि बनाई कि इसी साल 14 फरवरी को उसे बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। मासूम प्रिंसिपल के पास गया, पूरी बात बताई, तब खुला राज शिक्षक की करतूत से तंग एक मासूम ने पांच दिसंबर को स्कूल में लगी शिकायत पेटी में पत्र डाला। उसे ऐसा करते हुए आरोपी ने देख लिया तो रात को यह पेटी ही अपने कमरे पर ले गया और शिकायत निकाल ली। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो इस बच्चे ने अपने एक अन्य शिक्षक से प्राचार्य से मिलाने की बात कही। प्राचार्य से मिलकर इस बच्चे ने शिकायत पेटी में डाली शिकायत के बारे में पूछा। प्रिंसिपल ने ऐसी कोई शिकायत नहीं मिलने की बात कही। तब बच्चे ने उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद प्राचार्य ने सीसीटीवी फुटेज की जांच कराई। तो उसमें यह सब सामने आया। बाद में स्कूल में एक समिति बनाई गई। बच्चों से पूछताछ की गई। सारी हकीकत सामने आने पर प्राचार्य ने कलेक्टर को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। घटना का खुलासा होने के बाद आरोपी शिक्षक ने मौके से भागने का भी प्रयास तो दूसरे शिक्षकों ने उसे भागने नहीं दिया। संसद से लेकर अभिभावकों तक चिंता, बेनीवाल ने उठाया मुद्दा नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मुद्दे को संसद में उठाया। संसद में अपनी बात कहते हुए बेनीवाल ने कहा कि इस तरह की घटना से राजस्थान शर्मसार है। आरोपी का नार्को टेस्ट होना चाहिए। इसमें और भी बच्चों के साथ ऐसी घटना सामने आ सकती है। उन्होंने जांच पर भी सवाल उठाए और कहा कि इसकी जांच डीएसपी स्तर का अधिकारी कर रहा है जबकि इसके लिए टीम बनाई जानी चाहिए। उधर, पूर्व सांसद संतोष अहलावत ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आरोपी ने गुरु-शिष्य के रिश्ते को तार-तार किया है। अभिभावक बच्चों से मिलने स्कूल पहुंचे : मामला सामने आने के बाद बुधवार को कई अभिभावक स्कूल पहुंचे। राजस्थान के विभिन्न जिलों के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी अभिभावक बच्चों से मिलने के लिए आए। इस दौरान स्कूल में भी जांच और सुरक्षा के नाम पर कड़े बंदोबस्त किए गए और अन्य किसी को स्कूल में नहीं जाने दिया गया। बाल आयोग ने मांगी रिपोर्ट राज्य बाल संरक्षण आयोग ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि 12 बच्चों से कुकर्म की घटना काफी गंभीर मामला है। इसको लेकर एक टीम का गठन कर बुधवार की शाम तक रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने बताया कि आयोग मामले पर पूरी नजर बनाए हुए है। 20 माह पहले लगा, अब बर्खास्त आरोपी रवींद्र सिंह 23 अप्रैल 2018 को सैनिक स्कूल में लगा था। वह दो साल के लिए प्रोबेशन पीरियड पर था। यह मूलत: जिले के कालीपहाड़ी गांव का रहने वाला है और परिवार बीकानेर रहता है। उसकी पढ़ाई भी बीकानेर में ही हुई। सैनिक स्कूल ज्वाॅइन करने से पहले वह जयपुर में डिफेंस एकेडमी चलाता था। मामला सामने आने के बाद प्रींसिपल ने आठ दिसंबर काे ही आरोपी को बर्खास्त कर दिया। चौंकाने वाली बात ये है कि स्कूल में इसे हैड टीचर बना दिया गया। पुलिस हिरासत में आरोपी शिक्षक। पुलिस आरोपी शिक्षक को लेकर उसके घर पहुंची।         www.deshkadarpannews.com.                       

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