रामगंज जयपुर का ऐसा जगह जहां रहते हैं राजस्थान के 60 प्रतिशत कोरोना वायरस के मरिज।
डwww.deshkadarpannews.com. कोरोना वायरस: जयपुर की वो जगह जहां रहते हैं शहर के 60 फ़ीसदी संक्रमित मरीज़। देशकादपॅण.न्यूज, जयपुर 06 अप्रैल 2020 रामगंज बाज़ार से बड़ी चौपड़ के बीच आवाजाही पूरी तरह बंद है Image caption रामगंज बाज़ार से बड़ी चौपड़ के बीच आवाजाही पूरी तरह बंद है राजस्थान में 5 अप्रैल सुबह 9 बजे तक कोरोना वायरस के 210 पॉज़िटिव मामलों में अकेले जयपुर से 56 पॉज़िटिव मामले मिल चुके हैं. लेकिन इनमें से ज़्यादातर मामले रामगंज में हैं. सड़कें सूनसान पड़ी हैं और बाज़ार बंद हैं. आसमान में परिंदों की जगह ड्रोन नज़र आ रहे हैं. रामगंज से पहला कोरोना पॉज़िटिव मामला यहां की रहमानिया मस्जिद के पास से मिला था. यहां रहने वाला युवक 12 मार्च को ओमान से आया जिसे लक्षण दिखने पर 25 मार्च को अस्पताल में भर्ती किया गया. 26 मार्च को कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने पर इलाक़े में कर्फ़्यू लगा दिया गया. यही इस इलाक़े का पहला पॉज़िटिव मामला था, लेकिन क़रीब 3 किलोमीटर के इस एरिया में 5 अप्रैल तक 36 पॉज़िटिव मामलों की पुष्टि हो चुकी है. ओमान से जयपुर आने और अस्पताल में भर्ती होने तक वह कई परिचितों और मित्रों से मिला, जो अधिकतर पॉज़िटिव पाए गए हैं. आदर्श नगर से विधायक रफ़ीक ख़ान ने पत्रकारों को बताते हैं, "मेरी उस शख़्स से हर रोज़ बात होती है. वही शख़्स जो रामगंज का पहला पॉज़िटिव शख्स है. वो कहता है कि मुझे पहले दिन से ही कुछ बीमारी फ़ील नहीं हो रही है, यदि फ़ील होती तो मैं ओमान से आकर यूं घूमता नहीं. अपने बच्चों और अपने परिचितों के साथ खिलवाड़ नहीं करता." रामगंज में दिहाड़ी मज़दूरों की बड़ी आबादी है. लेकिन अब कर्फ़्यू और लॉकडाउन के कारण उनके सामने सबसे बड़ी समस्या खाने की है. देशकादपॅण.न्यूज, कर्फ़्यू एरिया में परकोटा में आने जाने वाले वाहनों को सेनेटाइज़ करते हुए Image caption कर्फ़्यू एरिया में परकोटा में आने जाने वाले वाहनों को सेनेटाइज़ करते हुए नाम का ज़िक्र नहीं करने की शर्त पर एक स्थानीय निवासी कहते हैं कि लोगों में पहले कोरोना वायरस को लेकर ज़्यादा सजगता नहीं दिखाई दे रही थी, लेकिन अब बड़ी संख्या में पॉज़िटिव मामले से लोग घरों से ख़ुद ही बाहर नहीं निकल रहे हैं. रामगंज निवासी शौकीन ख़ान बताते हैं कि मेडिकल टीम तो ज़रूर पूछताछ करने आई है. लेकिन राशन के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. यहां बड़ी संख्या में रोज़ कमाकर खाने वाला मज़दूर वर्ग है. लेकिन अब ऐसे हालात में भूख से परेशान हैं और कम जगह में अधिक लोगों के रहने से भी यहां परेशानियां बहुत हो गई हैं. पुलिस के सामने कैसी चुनौतियां ? जयपुर कलेक्टर जोगाराम यहां की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन को किसी बात के भय और चुनौती होने के सवाल पर पत्रकारों को बताते हैं कि बाकी कर्फ़्यू और इस कर्फ़्यू में फ़र्क है. यह हेल्थ को लेकर है. बहुत कंजस्टेड एरिया है और घर पास-पास में हैं. इसलिए बाकी जगह से यहां थोड़ा चैलेंजिंग है. वो कहते हैं, "सील होने से रामगंज में लोगों के घरों तक सामान पहुंचने का मुद्दा है. इसलिए हमने डोर टू डोर सप्लाई की व्यवस्था की है जिससे लोगों को बाहर न निकलना पड़े." विधायक रफ़ीक ख़ान कहते हैं कि अभी हमारे सामने दो चैलेंज हैं, एक तो कोरोना वायरस के इन्फ़ेक्शन से लोगों को बचाना है और दूसरा चैलेंज फ़ूड सप्लाई देनी है. वो कहते हैं कि अब चुनौती ये है कि जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनको राशन कैसे दें, लोगों को मुफ़्त में डबल राशन देने की व्यवस्था की है, फ़ूड पैकेट भी बांट रहे हैं. स्थानीय लोग मेडिकल टीम को सपोर्ट कर रहे हैं क्या? इस सवाल पर जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नरोत्तम शर्मा कहते हैं, "अभी कुछ लोग हैं जो घर को लॉक कर देते हैं और जवाब नहीं देते हैं. धीरे-धीरे लोगों में समझदारी आएगी. लेकिन पुलिस का समर्थन मिलने के बाद हमें बहुत सफलता मिली है." रामगंज थानधिकारी बनवारी लाल कहते हैं, "संवेनशीलता को देखते हुए पूरा बंदोबस्त है. मेडिकल टीम के साथ बदतमीज़ी करने वाले शख़्स को अरेस्ट किया है. रामगंज के कर्फ़्यू को लेकर सोशल मीडिया पर अफ़वाह फैलाने वाले 3 युवक गिरफ्तार किए हैं. अफ़वाहों को रोकना भी एक चुनौती है." देशकादपॅण.न्यूज, हाफ़िज़ समीयूद्दीन अपने वालिद और भाइयों के साथ नमाज़ अदा करते हुए, हाफ़िज़ समीयूद्दीन अपने वालिद और भाइयों के साथ नमाज़ अदा करते हुए मस्जिदों में ताला, घरों में पढ़ रहे नमाज़ रामगंज में क़रीब 25 छोटे छोटे मोहल्ले हैं. इनमें हर मोहल्ले में मस्जिद है लेकिन इन दिनों कोरोना का ख़ौफ़ लोगों के दिलों में घर कर गया है. लोग दहशत में हैं और प्रशासन की सख़्ती ने धार्मिक स्थानों पर नमाज़ अदा करने से मना कर दिया है. कोरोना वायरस का ख़ौफ़ और प्रशासन की सख़्ती के बाद लोग घरों में ही नमाज़ अदा कर रहे हैं. छोटे छोटे घरों में रहने वालों की बड़ी संख्या है. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का ख़याल रखते हुए रामगंज में अब घरों में, छतों पर और कमरों में ही नमाज़ पढ़ रहे हैं. 27 अप्रैल से रोज़े शुरू हो रहे हैं जिसका इंतज़ार लोग साल भर करते हैं. लेकिन इस बार रोज़े और ईद का उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है. इन दिनों रामगंज के बाज़ारों में रौनक हुआ करती थी, रोज़ों की तैयारियां शुरू हो जाती थीं लेकिन इस बार बच्चों को भी अपनी ईदी नहीं मिलती सी दिख रही है।आप को बता दे कि रामगंज ने हसरत जयपुरी और शमीम जयपुरी जैसे बड़े-बड़े शायर दिए हैं. वो कहते हैं कि ग़ालिब के छोटे भाई आरिफ़ का ससुराल भी यहीं है. दिल्ली के बल्लीमारान और कटला की तरह ही संकरी गलियों और यहां के बाज़ार जैसा ही माहौल रामगंज में भी नजर आता है. जयपुर का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व रामगंज में ही है, जो सड़कों पर लोगों की भीड़ देखकर ही लगाया जा सकता है. रामगंज के ही जानकार बताते हैं कि अधिकतर आबादी यहां रहमानिया मुसलमानों की है. ज़्यादातर लोग जूते-चप्पल बनाने और पहनने वाले पत्थरों (नगीना) के काम से जुड़े हुए हैं। घरों में महिलाएं और बच्चे भी नगीनों का काम करते हैं. रामगंज थानाधिकारी बनवारी लाल बताते हैं, "रामगंज में जनघनत्व बहुत ज्यादा है. एक मकान में 100 से 150 लोग रहते हैं." यहां लोग नगीनों को बेचने के लिए कई देशों में जाते हैं. यहां से मिला पहला कोरोना पॉज़िटिव शख़्स भी नगीनों के व्यापार संबंध में ही ओमान गया था. पुरानी दिल्ली की तरह ही यहां खाने के मश्हूर होटल हैं, जहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती हैं. रामगंज में सख़् ती होते हुए भी रामगंज में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉज़िटिव मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. सरकार का पूरा अमला यहां सख़्ती के साथ ही बेहद चौकन्ना भी है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा बताते हैं कि पूरे परकोटे में कर्फ्यू के लिए पर्याप्त पुलिस प्रबंध हैं, घरों से बाहर किसी को निकलने नहीं दिया जा रहा है. वो कहते हैं कि कर्फ़्यू एरिया में 15 ड्रोन से निगरानी की जा रही है यहां कि तंग गलियों में किसी के नज़र आने पर पुलिस कार्रवाई करती है, छतों पर बैठे लोगों के नज़र आते ही उन्हें हटाने का काम कर रहे हैं. यहां से आने या जाने पर पूरी तरह पाबंदी है और पहले जारी कई कर्फ़्यू पास भी अमान्य कर दिए हैं. परकोटे में प्रवेश करने या बाहर जाने वालों के वाहनों तक को सेनेटाइज तक किया जा रहा है. अतिरिक्त आयुक्त लांबा आगे कहते हैं, "लोग बहुत सपोर्ट कर रहे हैं. जयपुर शहर में अगर सबसे ज़्यादा सपोर्टिव लोग हैं तो वो रामगंज इलाक़े के ही लोग हैं इस समय. परकोटे से बाहर शहर के अन्य इलाक़ों में लोग दवाई और राशन के नाम पर बाहर निकलने की कोशिश करते हैं, लेकिन परकोटे में कोई बाहर नहीं निकल रहा है.। www.deshkadarpannews.com.☰ कोरोना अपडेट भारत केस 3219 मृत्यु 83 अंतर्राष्ट्रीय केस 1133758 मृत्यु 62784 ईरान केस 55743 मृत्यु 3452 जयपुर के रामगंज और मोतीकटला क्षेत्र में शिक्षक करेंगे सर्वे। deshkadarpan.news. 06 Apr 2020, 60 शिक्षकों की लगाई ड्यूटी, आज से होगा सर्वे शुरू, जिला कलक्टर ने लगाई ड्यूटी जयपुर। कोरोना के संक्रमण को महामारी घोषित किए जाने के बाद अब शिक्षकों को इसके सर्वे में लगाया गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में पहले ही शिक्षकों को लगाया जा चुका है अब जयपुर में भी शिक्षकों का नंबर आया है, वे यहां सर्वे करेंगे। सर्वे से पहले आज शिक्षकों को जानकारी दी जाएगी। अब जयपुर में भी शिक्षक सर्वे करेंगे। जिला कलक्टर डॉ.जोगाराम ने एक आदेश जारी कर इस सर्वे में 60 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है। ये शिक्षक मानव जीवन की सुरक्षा की दृष्टि से रामगंज और मोतीकटला क्षेत्र में सर्वे का कार्य करेंगे। सर्वे में तृतीय श्रेणी शिक्षक से लेकर प्रिंसिपल तक को लगाया गया है। इन्हें दो क्षेत्रों में बांटा गया है। 30 शिक्षकों को राजकीय चिकित्सालय मोतीकटला और 30 शिक्षकों को राजकीय चिकित्सालय रामगंज में उपस्थिति देने को कहा है। यहां भी लगे हैं शिक्षक इसके अलावा भी शिक्षकों की ड्यूटी शेल्टर होम और खाद्य वितरण में भी लगी हुई है। जयपुर में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए विभिन्न कार्यों में करीब हजार से अधिक शिक्षक लगे हैं। राजस्थान में 25 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव रोगी इलाज के बाद हुए नेगेटिव, पौने 5 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी राजस्थान में 25 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव रोगी इलाज के बाद हुए नेगेटिव, पौने 5 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी राजस्थान में कोरोना से चौथी मौत, 25 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, 12 तबलीगी जमात के राजस्थान में कोरोना से चौथी मौत, 25 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, 12 तबलीगी जमात के संकट की इस घड़ी में राजस्थान वक्फ बाेर्ड भी आया आगे, जरूरतमंद परिवाराें तक पहुंचा रहा है राशन सामग्री संकट की इस घड़ी में 'राजस्थान वक्फ बाेर्ड' भी आया आगे, जरूरतमंद परिवाराें तक पहुंचा रहा है राशन सामग्री। CM गहलोत के निर्देश पर आदेश जारी: अब राशन दुकानों पर सभी को मिलेगी ये घरेलू सामग्री। एमएचआरडी ने शुरू किया स्टूडेंट हेल्पलाइन पोर्टल एमएचआरडी ने शुरू किया स्टूडेंट हेल्पलाइन पोर्टल राजस्थान में एक दिन में आए 46 नए कोरोना पॉजिटिव। CM ने गठित कीं दो टास्क फोर्स, राजस्थान में लॉकडाउन से आगे की रणनीति पर काम शुरू CM ने गठित कीं दो टास्क फोर्स, राजस्थान में लॉकडाउन से आगे की रणनीति पर काम शुरू कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा के लिए उच्च न्यायालय में जनहित याचिका कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा के लिए उच्च न्यायालय में जनहित याचिका । देशकादपॅणन्यूज डाँट कम.
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