क्या लाॅकडाउन को बढ़ाना चाहते है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ?


पत्रकार से वात करते हुए सीएम अशोक गहलोत बोले- अचानक लॉकडाउन खुला तो मेहनत पर पानी फिर जाएगा। देशकादपॅण.न्यूज,  नई दिल्ली, 7 April, 2020 राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे राज्य में अब तक 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. अभी 38 जगहों पर कर्फ्यू लगा हुआ है. इस दौरान हमने बहुत तेजी से लोगों को आइसोलेट किया है. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने  खास बातचीत   में बताया कि  राजस्थान में अब तक 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग हुई है कोरोना महामारी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हालात अभी नाजुक हैं. अचानक लॉकडाउन खुला तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. केंद्र सरकार हालात के हिसाब से लॉकडाउन को प्लानिंग के साथ हटाए तो बेहतर रहेगा. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी को फॉलो किया जा रहा है, लेकिन हर राज्य की स्थिति अलग-अलग है, वहां की जनता का व्यवहार अलग है. इसलिए राज्य सरकारों का रोल अहम हो जाता है. मेरे हिसाब से राज्य सरकारों को पहले अपने तरीके से निपटना चाहिए और उसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजना चाहिए. 38 जगहों पर कर्फ्यू लगा हुआ है सीएम गहलोत ने बताया कि पूरे राज्य में अब तक 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. अभी 38 जगहों पर कर्फ्यू लगा हुआ है. इस दौरान हमने बहुत तेजी से लोगों को आइसोलेट किया है. भीलवाड़ा मॉडल पर सीएम ने कहा कि यहां 7 हजार लोग अभी भी क्वारनटीन हैं. उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा में कोरोना महामारी तेजी से बढ़ने के बाद जिले को पूरी तरह सील कर दिया गया. यहां पूरी तरह आवाजाही पर रोक लगा दी गई. कई जिलों से डॉक्टरों की टीम भी यहां भेजी गई है. बता दें कि भीलवाड़ा में जब पहली बार कोरोना के पॉजिटिव केस सामने आए तो ऐसा लगा कि जैसे भीलवाड़ा भारत का दूसरा इटली बनने जा रहा है. हालांकि अब हालात बिलकुल बदल चुके हैं और यहां का मॉडल कोरोना से निपटने के लिए नजीर बनता दिख रहा है. जयपुर के रामगंज में बिगड़े हालात पर सीएम ने कहा कि यहां पूरी सावधानी बरती जा रही है. भीलवाड़ा की तरह यहां भी हालात काबू में आ जाएगा. यहां जमातियों के होने की बात पर गहलोत ने कहा कि अगर ऐसा कुछ पाया जाएगा तो उसकी जांच होगी. कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें... प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना के खिलाफ ताली-थाली के जरिए दिए गए संदेश पर सीएम गहलोत ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में सभी को एक-दूसरे का साथ देना होगा. कोरोना के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर ही लड़ना होगा.                              देशकादपॅण.न्यूज, राजस्थान में मस्जिद के बाहर ताला लगा अंदर छिपे थे तब्लीगी जमाती        राजस्थान में जयपुर पुलिस ने शहर के रामगंज इलाके की एक मस्जिद से 12 लोगों को पकड़ा है। ये सभी तब्लीगी जमात से जुड़े हैं। ये कर्नाटक के रहने वाले हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए आयोजन के बाद ये जयपुर आए थे। पुलिस और प्रशासन के साथ ही धाॅमिक   संगठनों के प्रतिनिधि लगातार तब्लीगी जमातियों से छिपने के बजाय आगे बढ़कर अपनी जांच कराने का आग्रह कर रहे हैं, बावजूद इसके ये सभी लोग मस्जिद के बाहर से ताला लगवाकर अंदर रह रहे थे । एक स्थानीय मौलवी ने इन्हे यहां रखा था। प्रदेश में 538 तब्लीगी जमातियों के आने की सूचना इंटेलिजेंस को मिली पुलिस प्रशासन को मंगलवार को इस बारे में सूचना मिली तो कार्रवाई कर इन्हें बाहर निकाला गया। इन सभी की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं । पुलिस इनसे पूछताछ करेगी कि कहीं इनके साथी अन्य किसी और जगह तो नहीं रह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 538 तब्लीगी जमातियों के आने की सूचना इंटेलिजेंस को मिली थी। इनमें से अधिकांश की पहचान कर ली गई है। राजसमंद में दरगाह में रहने वालों पर केस प्रदेश में राजसमंद जिले के देलवाड़ा में कासिम अली बाबा की दरगाह में मंगलवार को 13 लोगों को पकड़ा गया है। इनकी स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराई गई है। जुकाम और खांसी की शिकायत पर इन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है । पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 144 और 188 के तहत मामला दर्ज किया है । इनमें पांच नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं। तब्‍लीगी मरकज के कारण देश में कोरोना के संक्रमण में आई तेजी बता दें कि केंद्र और राज्‍य सरकारों की कोशिशें पर तब्‍लीगी मरकज ने पानी फेर दिया। माना जा रहा था कि लॉकडाउन से देश में कोरोना संक्रमित लोगों में कमी आएगी लेकिन यह नहीं हो सका। देश के 17 राज्यों में कोरोना मामलों में पिछले एक सप्ताह के दौरान इजाफा हुआ है, इनमें 30 फीसद लोग जमात से जुड़े हुए हैं। यानी नए मामलों में 100 से 30 लोग जमाती हैं। ज्ञात हो कि दुनिया के कई देशों में कोराना का संक्रमण की खबर मिलते ही मौलाना साद के करीबियों के साथ बुजुर्ग और अनुभवी मौलवियों ने मार्च महीने में होने वाली तब्लीगी मरकज जमात को स्थगित करने की सलाह दी थी। सलाह देने वालों में कई वरिष्ठ मुस्लिम बुद्धिजीवी भी थे, लेकिन मौलाना साद ने अपनी जिद के आगे किसी की नहीं सुनी। इसके बाद मार्च में हजारों की संख्या में हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में कई हजार जमाती शामिल हुए। फिर यहां से निकल देश के विभिन्न राज्यों में गए। इस दौरान उनके से कई कोरोना वायरस की चपेट में भी थे। इनकी इस करतूत ने देशभर के लोगों को नई मुसीबत में डाल दिया है।                                                         देशकादपॅण.न्यूज;    कुछ डाक्टरो कि माने तो 40 डिग्री  तापमान होने पर कोरोना वायरस खत्म हो जाता है क्योंकि अधिक तापमान होने पर covid-19 का फैलाव रूक जाता है जो गमॅ रहने वाले प्रदेश में के लिए अच्छी खबर है। ऐसे में लोगों का सोचना यह है कि तापमान बढ़ने के साथ ही कोविड-19 (covid-19) क्या खत्म हो जाएगा? क्या 40 डिग्री तापमान पहुंचने के बाद कोरोना वायरस (corona virus) पर काबू पाना आसान हो जाएगा? ऐसे कई सवाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं लेकिन राजस्थान के चूरू (churu) में जहां पारा 50.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है वहां भी हालात गंभीर हैं। सोमवार को चूरू में पारा 39.5 डिग्री दर्ज हुआ लेकिन बावजूद इसके कोरोना वायरस वहां अब भी चुनौती बना हुआ है।  चूरू में सोमवार को 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  (देशकादपॅण.न्यूज, हाइलाइट्स): चूरू का तापमान तेजी से बढ़ रहा है, सोमवार को 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां अब तक कोरोना वायरस के 11 मरीज मिल चुके हैं लेकिन सभी मरीज चूरू के बाहर से वहां पहुंचे हैं। डॉ. सुनील जांदू का मानना है कि 40 डिग्री गर्मी से कोरोना खत्म हो जाएगा ऐसा कोई प्रमाणिक तथ्य नहीं है।  करिब 4 महीने पहले चीन के वूहान शहर में फैला कोरोना वायरस अब तक दुनिया के 209 देशों तक पहुंच चुका है। कोरोना वायरस यानी कोविड-19 को लेकर कभी ये कहा जा रहा था कि गर्म देशों में इसका असर कम होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, दिसंबर में 2 से 11 डिग्री तापमान वाले चीन के वूहान शहर की तरह -6 डिग्री वाले ठंडे देश ग्रीनलैंड से लेकर गर्म दुबई या फिर भारत जैसे देशों में भी कोराेना पैर पसारता जा रहा है। हालांकि अब भी लोगों के बीच इस बात की चर्चा है कि तापमान बढ़ने के साथ कोरोना वायरस का प्रकोप भी कम हो जाएगा। कुछ तो यहां तक कह रहे हैं कि 40 डिग्री तापमान में कोराेना खत्म हो जाएगा। लेकिन एक्सपर्ट्स ऐसे तमाम दावों को सिरे से नकारते हैं। फिर भी एक बड़ा तबका है जिसे उम्मीद है कि बढ़ते तापमान में कोरोना पर काबू पाने में आसानी होगी। हालांकि, पिछले साल देश में गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ने वाले राजस्थान के चूरू में फिलहाल पारा 40 डिग्री के करीब पहुंच चुका है और बढ़ते तापमान में कोराेना के खत्म होने जैसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। बढ़ती तापमान भी कोरोना को रोकने में सफल नहीं हो पा रहा ।आपको बता दे कि   मंगलवार को 24 नए मरीज, जोधपुर-जैसलमेर में सर्वाधिक चूरू में 13 डिग्री तापमान बढ़ा दिन तापमान कोरोना वायरस संक्रमण 27 मार्च 2020 26.5 डिग्री 50 वर्षीय महिला पॉजिटिव 30 मार्च 2020 32.0 डिग्री 17 तबलीगी जमाती क्वारेंटाइन 01 अप्रैल 2020 34.0 डिग्री 7 तबलीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव 02 अप्रैल 2020 34.0 डिग्री 85 लोग चिंहित (तबलीगी जमाती के संपर्क) 04 अप्रैल 2020 34.5 डिग्री 2 तबलीगी जमाती पॉजिटिव 07 अप्रैल 2020 39.5 डिग्री 1 तबलीगी जमाती पॉजिटिव तापमान तेजी से बढ़ रहा है लेकिन... चूरू में भीषण गर्मी के बीच पिघलता पारा सिर चढ़ कर बोलता है। यहां आग उगलते सूरज के बीच तापमान 51 डिग्री के करीब पहुंच जाता है। लू के थपेड़ों और भट्‌टी की तरह तपती सड़कों के बीच यहां गर्मी के लॉकडाउन के बीच लोगों का घरों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। थार के एंट्री गेट कहे जाने वाले चूरू जिले में हर बार गर्मी के नए रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं और इस बार भी सूरज की गर्मी कहर बरपाने लगी है और कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच चूरू में तापमान लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को यहां 39.5 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज हुआ था। मंंगलवार की सुबह यहां 22.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। दिन में भीषण गर्मी के बावजूद यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब तक 11 पहुंच चुकी है। इस बात से  कुछ  राहत है कि  अभी तक सभी मरीज बाहर से  आए हुए है    तबलीगी जमात के 27 वर्षीय युवक की रिपोर्ट मंगलवार सुबह कोरोना पॉजिटिव आई है। हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि चूरू में स्थानीय संक्रमण अभी न के बराबर है। दरअसल, यहां कुल 11 पॉजिटिव मामलों में से 10 लोग ऐसे हैं जो दिल्ली के निजामुद्दीन जलसे में शामिल होकर चूरू लौटे हैं। जिले का पहला कोरोना पॉजिटिव मामला जिले के भांगीवाद की 50 वर्षीय महिला के रूप में 27 मार्च को सामने आया था, यह महिला भी जयपुर के एसएमएस अस्पताल से चूरू पहुंची थी क्या कहते हैँ चूरू के डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी? चूरू में लगातार बढ़ रही गर्मी के बीच आरसीएचओ डॉ. सुनील जांदू का मानना है कि 40 डिग्री गर्मी से कोरोना खत्म हो जाएगा ऐसा कोई प्रमाणिक तथ्य नहीं है। इसी तरह की राय डॉ. अहसान गौरी ने भी जाहिर की है. बकौल डॉ. गोरी 40 डिग्री गर्मी में कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा यह भ्रांति पैदा करने वाली बात कही जा सकती है। उन्होंने कहा कि सउदी अरब में फिलहाल चूरू से ज्यादा तापमान चल रहा है। देश का सबसे गर्म शहर का रिकॉर्ड, पारा पहुंचा 51 डिग्री के पास पिछले वर्ष 1 जून को यहां मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 50.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। 1 जून 2019 को सूर्योदय के साथ ही यहां पारा 37 डिग्री के चला गया जो 11 बजे तक 45 डिग्री पार कर गया। दोपहर 2 बजे ही यहां 48.8 डिग्री तापमान दर्ज हुआ जो शाम होते-होते 51 डिग्री के करीब पहुंच गया था।                                                              www.deshkadarpannews.com.  
जयपुर। Coronavirus. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार 14 अप्रैल को पूरी तरह से लॉकडाउन खत्म नहीं करेगी। तीन चरणों में लॉकडाउन खत्म किया जाएगा। सरकार पूरे अप्रैल माह लॉकडाउन रखेगी। लॉकडाउन से शुरुआती चरण में स्कूलों, मॉल व पार्कों को छूट नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही सरकारी व प्राइवेट कार्यालयों में "वर्क टू होम" प्रक्रिया को जारी रखा जाएगा। आवश्यक सेवाओं से जुड़े सरकारी कार्यालय पहले चरण में खोले जाएंगे और उनमें भी आधे स्टाफ को एक दिन बुलाया जाएगा और आधे को दूसरे दिन ड्यूटी पर आना होगा। इसके साथ ही बुर्जुगों एवं बच्चों को पूरे अप्रैल माह घर से बाहर नहीं निकलने की एडवायजरी जारी की जाएगी। प्रदेश में धारा 144 मई के पहले सप्ताह तक जारी रखने पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार तीन चरणों में लॉकडाउन खत्म करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद राज्य सरकार ने 14 अप्रैल को पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं खोलने का मानस बनाया है। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों एवं विशेषज्ञों की दो उच्च स्तरीय कमेटियां बनाई है। सूत्रों के अनुसार, सीएम गहलोत ने अधिकारियों एवं विशेषज्ञों से कहा है कि वे इस तरह से सुझाव दें कि जिससे भविष्य में लोगों को परेशानी नहीं हो। कोरोना वायरस का संक्रमण आगे नहीं फैले। दोनों कमेटियों को अगले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देनी है। एक कमेटी चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई है। इसमें पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव सहित एक दर्जन आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों के साथ ही तीन चिकित्सकों को शामिल किया गया है। दूसरी कमेटी सीएम के आर्थिक सलाहकार अरविन्द मायाराम की अध्यक्षता में बनाई है। यह कमेटी बिगड़ी आर्थिक हालत व बेपटरी अर्थव्यवस्था को सही करने का प्लान देगी। खाली खजाने को कैसे भरें, ये सुझाव देगी। इसमें पांच आईएएस अधिकारियों को शामिल किया गया है।
         

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