झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री चंपई सोरेन के अगले कदम को लेकर मंगलवार को भी सस्पेंस बरकरार रहा। दूसरी तरफ, राज्य के राजनीतिक हालात को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन से लेकर भाजपा के कैंप में सुबह से लेकर देर शाम तक रणनीति बनाने और बैठकों का दौर चलता रहा।

चंपई सोरेन के अगले कदम पर सस्पेंस बरकरार 

रांची 21 अगस्त (पीएमए) झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री चंपई सोरेन के अगले कदम को लेकर मंगलवार को भी सस्पेंस बरकरार रहा। दूसरी तरफ, राज्य के राजनीतिक हालात को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन से लेकर भाजपा के कैंप में सुबह से लेकर देर शाम तक रणनीति बनाने और बैठकों का दौर चलता रहा।


चंपई सोरेन दो दिन पहले अचानक दिल्ली पहुंचे थे तो इस बात की चर्चा थी कि वह झामुमो के चार अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने वाले हैं। चंपई ने दिल्ली पहुंचने पर इस संभावना को खारिज करते हुए अपने दौरे को निजी प्रवास बताया, लेकिन शाम में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट जारी कर कहा कि सीएम पद से उन्हें अपमानजनक तरीके से हटाया गया और अब उनके लिए तीन ही ऑप्शन बचे हैं। पहला यह कि वे राजनीति से संन्यास ले लें। दूसरा, अपनी अलग पार्टी बना लें। तीसरा, राह में कोई दोस्त मिल जाए तो उसके साथ चल पड़ें। उन्होंने जो तीसरा ऑप्शन बताया है, उससे यह कयास लग रहा है कि वह भाजपा का दामन थामेंगे।

चंपई सोरेन मंगलवार शाम दिल्ली से कोलकाता पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग होकर जमशेदपुर आवास के लिए निकले हैं। उनके देर रात तक पहुंचने की संभावना है। दिल्ली से फ्लाइट पकड़ने के पहले हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने उनसे भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "दिल्ली में मेरी किसी भाजपा नेता से मुलाकात नहीं हुई और मुझे यह भी नहीं पता कि मेरे भाजपा में जाने की बात कौन कह रहा है?"

इस बीच चर्चा है कि चंपई सोरेन को हेमंत सोरेन ने फोन किया और पार्टी के अध्यक्ष एवं अपने पिता शिबू सोरेन से उनकी बात कराई। सुलह होने की सूरत में वह झामुमो में ही बने रह सकते हैं। चंपई सोरेन ने फिर यह बात दोहराई है कि वह किसी हाल में झामुमो को तोड़ने जैसा कदम नहीं उठा सकते। शिबू सोरेन उनके गुरु हैं और रहेंगे।

चंपई सोरेन के साथ झामुमो के जिन विधायकों के भाजपा में जाने की अटकलें लग रही थीं, वे मंगलवार दोपहर सीएम हेमंत सोरेन से मिलने उनके आवास पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, हेमंत सोरेन ने सभी विधायकों को समझाया और उनसे कहा कि हम हर विपरीत हालात में एक साथ रहे हैं और यह एकजुटता बरकरार रखने की जरूरत है। हेमंत के आवास से निकले विधायक रामदास सोरेन, समीर मोहंती, मंगल कालिंदी और संजीव सरदार ने कहा कि वे झामुमो छोड़ने की सोच भी नहीं सकते। उन्होंने कहा, "हमारे विरोधी कोरी अफवाहें उड़ा रहे हैं।"

इधर, राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर भाजपा की झारखंड प्रदेश कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, नागेंद्र त्रिपाठी, सांसद दीपक प्रकाश, प्रदीप वर्मा सहित अन्य कई नेता मौजूद रहे, जबकि झारखंड प्रदेश भाजपा चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं सह प्रभारी असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।


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