बसेड़ी-सामाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा पर कार्यशाला का आयोजन*
*बसेड़ी-सामाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा पर कार्यशाला का आयोजन*
देश का दर्पण न्यूज़, धौलपुर(धर्मेन्द्र बिधौलिया ) 6 सितम्बर।
जिले के बसेड़ी उपखण्ड मुख्यालय पर आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम के तहत कार्यालय मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बसेड़ी में पीरामल फाउंडेशन टीम के गांधी फैलो मिन्हाज द्वारा सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक शिक्षा (SEEL) पर कार्यशाला का आयोजन किया गया और संबंधित पुस्तकों का वितरण किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्री रूपचंद मीणा ने की। कार्यशाला का उद्देश्य प्राथमिक विद्यालय शिक्षकों को समाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा के महत्व और इसे अपने पाठ्यक्रम में प्रभावी ढंग से लागू करने के तरीकों के बारे में जागरूक करना था। कार्यशाला में शिक्षकों ने समाजिक , भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें सामाजिक कौशल, भावनात्मक विनियमन, नैतिक निर्णय लेना और सहानुभूति शामिल है। कार्यशाला के दौरान, शिक्षकों ने समाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा को अपने कक्षाओं में लागू करने के लिए विभिन्न गतिविधियों और रणनीतियों का अभ्यास किया। उन्होंने समाजिक , भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा के महत्व को समझने के लिए वीडियो देखा, समूह चर्चा और संबंधित गतिविधियों में भाग लिया। एबीपी फैलो अंकिता भुपारिया द्वारा विद्यालयों में पुस्तकालयों के महत्व पर ज़ोर देते हुए उनके सुचारू संचालन पर चर्चा की। कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों को पीरामल फाउंडेशन द्वारा सामाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा पर आधारित बुकसेट प्रदान की गईं। साथ ही गांधी फैलो सूरज द्वारा डिजिटल शिक्षा के माध्यम से बच्चो में भाषा कौशल को विकसित करने के लिए गूगल रीड अलोंग ऐप का प्रदर्शन किया गया। कार्यशाला के अंत में, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्री रूपचंद मीणा ने शिक्षकों को सामाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा के महत्व पर जोर देने और उन्हें अपने छात्रों में इन मूल्यों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि SEE शिक्षा न केवल छात्रों के शैक्षिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उनके समग्र व्यक्तित्व विकास के लिए भी आवश्यक है। शिक्षकों ने पीरामल फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यशाला की सराहना की और कहा कि यह उनके लिए सामाजिक, भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा के बारे में अपनी समझ को विकसित करने और इसे अपने कक्षाओं में प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बहुत उपयोगी था। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तरह के कार्यशालाएं नियमित रूप से आयोजित की जाएं ताकि सभी शिक्षक सामाजिक , भावनात्मक एवम् नैतिक शिक्षा के महत्व को समझ सकें और इसे अपने छात्रों के जीवन में लागू कर सकें। इस अवसर पर बीएलसीईओ भगेंद्र सिंह परमार, एबीपी फैलो अंकिता भुपारिया, गांधी फैलो मिन्हाज, सूरज सैनी, अंकित सोम, करुणा फैलो वर्षा परमार, अध्यापक सुभाष परमार, श्रीनिवास परमार, अजय सिंह, विशेष सिंह परमार, भरत सिंह सिकरवार व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
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