1/1/19 ,( 2019 )का पहला इंटरव्यू प्रधानमंत्री मोदी जी ने दिया!
सभी बड़े मुद्दे पर बोले मोदी , लेकिन सबसे बड़ा बयान राम मंदिर पर दिया कहा कोर्ट में फैसला, अंतिम चरण में कांग्रेसी रोड़े अटका ना बंद करें! प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्ज माफी पर झूठ बोल कर लोगों को उसका रहे हैं कांग्रेसी, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए , आर एस एस- विहिप जैसे तमाम संगठनों के दबाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि सरकार इस मुद्दे पर अध्यादेश नहीं लाएगी, उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के फैसले के बाद सरकार की जो भी जिम्मेदारी होगी हम उसे पूरा करेंगे! न्यूज़ एजेंसी एनएनआई को दिए इंटरव्यू में मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में इस केस में रोड़े अटका रहे हैं, उन्होंने कहा- भाजपा ने अयोध्या विवाद का समाधान संविधान की मर्यादा में रहकर करने की बात की थी, कोर्ट में फैसला अंतिम चरण में है, लेकिन कांग्रेस रोड़े अटका रही है, कांग्रेश अपने वकीलों को रोड़े अटका आने से रोके, मोदी के इस बयान पर आर एस एस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले ने कहा जनता को उम्मीद है कि मोदी सरकार राम मंदिर के निर्माण का वादा पूरा करेगी ! वही राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि नेता और अदालत जन भावनाएं समझे, मोदी ने रफाल डील पर उठे विवाद पर संस्थानों पर उठे सवाल, सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मुद्दों पर बात की, उन्होंने कहा सर्जिकल स्ट्राइक करने गई टीम के संपर्क में मैं था, मैं बेताब था की अच्छी खबर आए, सर्जिकल स्ट्राइक करने गई सेना की टुकड़ी नरेंद्र मोदी के लाइव कांट्रैक्ट मेथी, उन्होंने बताया कि उड़ी के हमले के खिलाफ मेरे मन में आक्रोश था, मैंने सेना को खुली छूट देकर एक्शन की रूपरेखा रख मांगी, प्लांन पर चर्चा की और दो बार तारीख बदलनी पड़ी, मैं जवानों की पूरी सुरक्षा चाहता था, उन्हें गुप्त तरीके से स्पेशल ट्रेनिंग दिलाई गई, सबके काम बांटे गए, तमाम रुकावट और अड़चनों पर विचार किया गया , कि ऑपरेशन सफल हो या विफल सूर्योदय से पहले सभी लोगों को वापस आना चाहिए, सुबह एकाएक जानकारी आनी बंद हो गई, जैसे-जैसे सूरज चढ रहा था, मैं जवानों के जिंदा लौटने की खबर के लिए बेताब हो रहा था, सूर्योदय के घंटे बाद खबर आएगी कि हमारी टीम शुक्रिया सेफ जोन में पहुंच गई है, फिर केबिनेट कमिटी अन सिक्योरिटी की बैठक बुलाई , पाकिस्तान को सूचना देने के बाद , मीडिया को जानकारी दी लेकिन इस बार राजनीतिक नहीं होना चाहिए, आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल पर कहा कि उन्हें निजी कारणों से इस्तीफा दिया है, कर्ज माफी पर उन्होंने कहा ज्यादातर किसान शाहूकारों से कर्जा लेते हैं, ऐसे में कर्ज माफी कांग्रेसका सिर्फ चुनावी स्टंट है, ईडी पर उन्होंने कहा कि हम ई डी का दुरुपयोग नहीं कर रहे, सो शहाबुद्दीन केस में कोर्ट का फैसला पढ़ें पता चलेगा कि कैसे स्थानों का दुरुपयोग किया गया है, मोदी ने रफाल डील पर उठे विवाद पर पर कहा अगर व्यक्तिगत आरोप है तो सामने रखें कि किसने क्या और कहां किया , संसद में मैंने इस पर विस्तार से जवाब दिया, सुप्रीम कोर्ट में भी मामला स्पष्ट हो चुका है, चर्चा यह होना चाहिए कि आजादी के बाद लगातार डिफेंस करार विवादों में क्यों धीरे ? दलालों की क्या जरूरत थी, मैं आरोप लगाने वालों की चिंता करूं या सेना की जरूरतें पूरी करूं, मैं गालियां खाऊंगा लेकिन राष्ट्र की रक्षा करूंगा, जवानों को उनके नसीब पर नहीं छोडूंगा, यह सारी बातें उनसे यह पूछने पर कि रफाल पर राहुल गांधी का दावा है कि अपने दोस्त अनिल अंबानी को ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट दिलवाने के लिए दबाव बनवाया, आप उसका जवाब क्यों नहीं देते, पर कहा! तीन तलाक अध्यादेश को प्रोगेसिव कहा गया, सबरीमाला में यह प्रोगेसिव सोच परंपरा में फस गई, दो समुदायों को लेकर यह विरोधाभास क्यों? इस पर उन्होंने कहा तीन तलाक संप्रदाय या आस्था का मुद्दा नहीं है , अगर होता तो दुनिया के सभी इस्लामिक देशों में लागू होता, यह हमारे लिए लैंगिक समानता और सामाजिक न्याय का मुद्दा है, मान्यता के चलते पुरुष भी कुछ मंदिरों में नहीं जाते, सबरीमाला पर फैसला देने वाली सुप्रीम कोर्ट बेंच मे शामिल एक महिला जज का फैसला भी बारीकी से पढ़ना चाहिए, उनका फैसला बाकी चार जजों से अलग था, उन्होंने कई अहम सुझाव दिए हैं! उनसे पूछा गया की विधानसभा चुनाव में भाजपा के हार के लिए नोटबंदी और जीएसटी के कारण माना जा रहा है, क्या नोट बंदी का झटका जरूरी था? जीएसटी में खामियां कहां रही? इस पर उन्होंने कहा की नोटबंदी झटका नहीं है, 1 साल पहले कहा था कि कालेधन का खुलासा कर दे, उद्योगपतियों, व्यापारियों, बाबू के घरों से बोरे में नोट मिलते थे, समानांतर अर्थव्यवस्था देश को खोखला कर रही थी, नोट बंदी देश को आर्थिक मजबूती देगी, जीएसटी सभी दलों की सहमति से लागू हुआ था, कई चीजों पर 30 से 40 प्रतिशत टेक्स्ट था, 500 से ज्यादा चीजें कभी ऊंचे टैक्स में थी, लेकिन आज उन पर जीरो टैक्स है ! उनसे पूछा गया कि गाय पर लिंचिंग हो रही है, कहा जा रहा है कि मुसलमान खुद को महफूज नहीं समझ रहे, नसरुद्दीन शाह भी टिप्पणी कर रहे हैं मुस्लिमों में असुरक्षा क्यों है? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं निंदनीय है लेकिन क्या यह सब 2014 के बाद शुरू हुआ है, यह समाज में आई कमी का परिणाम है, दूसरों की भावनाओं का आदर करने में सब को जिम्मेदारी निभानी चाहिए, चुनाव से पहले टीका टिप्पणियां कुछ लोगों का एजेंडा होता है, लेकिन चार करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन देने और उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडर देने में हमने किसी का मजहब नहीं देखा, ऐसे आरोप निराधार है!
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