19/1/19, राजस्थान में 9 निजी स्कूलों ने, सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का आरटीई में फर्जी प्रवेश दिखाकर, लाखों का भुगतान उठाया, स्टेट पोर्टल पर आधार नंबर से वेरीफिकेशन में खुलासा हुआ, इन स्कूलों की मान्यता रद्द होगी!
निशुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) की पुनर्भरण राशि को को लेकर 9 जिलों को निजी स्कूलों का फर्जीवाड़ा सामने आया है! हैरानी की बात यह है कि इन निजी स्कूलों ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अपना पढ़ना बता कर पुनर्भरण राशि का भुगतान उठा लिया है, आरटीई स्टेट पोर्टल पर अपलोड किए गए आधार नंबर सहित अन्य दस्तावेज के मिलन से इस मामला का खुलासा हुआ है, अभी और खुलासे होने बाकी है, ऐसे में अब शिक्षा विभाग की ओर से संबंधित स्कूलों की मान्यता रद्द करने का निर्णय लिया गया है, इसके लिए संबंधित स्कूल संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं, वहीं एक स्कूल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी, प्रारंभिक तौर पर इन स्कूलों में एक ही एक बच्चों के ही दोहरे नामांकन की गड़बड़ी सामने आई है, ऐसे में अगर विभाग की ओर से जांच का दायरा बढ़ाया जाता है तो कई और बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकता, जिस स्कूल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने का निर्णय लिया गया है वह लगातार 3 साल से फर्जी तरीके से भुगतान उठा रहा था, है अधिकारियों का कहना है कि इसको लेकर अलग से विभागीय जांच चल रही है, आपको बता दें कि आरटीई पोर्टल पर वेरीफिकेशन करने पर 9 मामले सामने आए हैं,1, भादरा में चल रहा भारत सैनिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल,2, गांव कलाना में चल रहा आदर्श विद्या मंदिर,3 गांव आबूब शहर के, सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक स्कूल,4, गांव करणी सार सहजीपुरा के सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक स्कूल,5, पीलीबंगा के गांव उमेंवाला स्थिति गुरुकुल शिक्षण संस्थान की ओर से 1 वर्ष का भुगतान उठाया गया!6, गांव जोगीवाला की भगवानी देवी शिक्षण समिति बाल विद्या मंदिर स्कूल हनुमानगढ़ की ओर से 2 वर्ष का फर्जी तरीके से भुगतान उठाया गया, गांव पक्का सारण के एमडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल की ओर से 3 वर्ष का भुगतान उठाया गया, इन स्कूलों की मान्यता रद्द किए जाने के साथ हैं एफआई आर दर्ज करने का निर्णय लिया गया है!
Comments
Post a Comment