पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के कुशल नेतृत्व से जनपद रायबरेली में आंगनवाड़ी कार्यकत्रि की हत्या का हुआ खुलासा
ज्ञान प्रकाश तिवारी
देश का दर्पण न्यूज चैनल
रायबरेली
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पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के कुशल नेतृत्व से जनपद रायबरेली में आंगनवाड़ी कार्यकत्रि की हत्या का हुआ खुलासा
इंदिरा नगर में आंगनबाड़ी कार्यकत्री की हत्या का एसपी आलोक प्रियदर्शी कोतवाली पुलिस टीम ने किया खुलासा
36 घंटे के अंदर पुलिस ने किया खुलासा
रायबरेली
एंकर-रायबरेली में पिता पुत्र और भतीजे ने महज छह हजार रुपये के लिए बुज़ुर्ग महिला की गला रेत कर हत्या कर दी। यह तीनों इतने शातिर थे कि वारदात से पहले सीसीटीवी कैमरे की लोकेशन देखकर दोबारा उस रास्ते से गये जो कैमरे की जद से बाहर था। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर को बेंज़ीन टेस्ट से खोला है। पुलिस ने हत्यारोपी पिता और भतीजे को हिरासत में ले लिया है जबकि पुत्र अभी फरार है। मामला शहर कोतवाली थाना इलाके के इंदिरा नगर कालोनी का है। यहां आंगनबाड़ी की रिटायर्ड सुपरवाइजर स्नेह कुमारी अकेली रहती थीं। बीती 19 तारीख को उन्ही के घर में स्नेह कुमारी का गला रेतकर मार डाला गया था। पुलिस ने छत्तीस घंटे के भीतर मर्डर का खुलासा करते हुए बताया कि महज एक फ़ोन कॉल से हत्यारोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दरअसल स्नेह कुमारी यहां अकेले रहती थीं। उनका बेटा परिवार समेत दिल्ली में रहता था। सीसीटीवी में मर्डर के संभावित समय पर जो लोग भी दिखाई दे रहे थे उन सब से पुलिस ने पूछताक्ष कर ली थी और बेनतीजा रही। ऐसे में पुलिस की खोजबीन में स्नेह कुमारी और उनकी बहू के बीच हुई आखिरी काल पुलिस के लिए सबसे बड़ी लीड बन गयी। दअरसल स्नेह कुमारी ने बहू से कहा था कि बगल का प्लाट साफ कराने के लिए पाल ने नए मजदूर भेजे हैं इसलिए सुबह से माला भी नहीं कर पाई। पुलिस ने इसी वक्तव्य के आधार पर शहर भर के पाल नामी व्यक्तियों को खंगाल कर सब पर बेंज़ीन टेस्ट अप्लाई किया तो उसे कप्तान का पुरवा निवासी राम राज पाल पर सफलता मिल गयी। पुलिस ने पूछताछ की तो राजा रामपाल ने जुर्म कुबूल करते हुए बताया कि वह पहले भी स्नेह कुमारी के यहां काम कर चुका है। उसे अंदाज़ा था कि उनके पास आभूषण और नगदी होगी। इसीलिए जब स्नेह कुमारी ने काम के लिए कहा तो अपने ही बेटे और भतीजे को लेकर पहुंचा और सीसीटीवी बचाते हुए घटना को अंजाम दे दिया। हालांकि स्नेह कुमारी अपना सभी आभूषण लॉकर में रखती थीं इसलिए हत्यारोपियों के केवल छह हजार रुपये ही हत्थे लगे। पुलिस ने राम राज पाल और भतीजे को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त चाकू और खून आलूदा कपड़े बरामद कर लिए हैं। जबकि पुत्र विकास की तलाश जारी है।
बाइट-आलोक प्रियदर्शी
पुलिस अधीक्षक
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