एक ऐसा जनपद जहाँ लड़कियों की लगती हैं बोली, पांच लाख में खरीदकर कराते हैं नाच।


- एक ऐसा जनपद जहाँ लड़कियों की लगती हैं बोली, पांच लाख में खरीदकर कराते हैं नाच।
रिपोर्ट- संजय कुमार तिवारी- 9473963673
स्थान- बलिया यूपी
डेट- 23/11/2022
एंकर-  उत्तर प्रदेश के बलिया से हैं जहाँ बलिया में कमाने खाने के लिए जनपद लखीमपुर खीरी के एक गांव की बड़ी खबर सामने आ रही है जहाँ लड़कियों को नचाने के लिए लाखों रुपये में खरीदा और बेचा जा रहा है ।लड़कियों को ऑर्केस्ट्रा में नचाने के लिए लड़के शादी के नाम पर लाखो रुपये में खरीदते है लड़कियों को । लड़की के माँ और बाप बेचते है अपनी लड़कियों को। गांव में पंचायत तय करती है लड़की की कीमत।सुंदरता के आधार पर लड़कियों की लगती है कीमत। सैकड़ो लडकियां इसकी शिकार हो गई हैं। यादव नट समाज की बरसो पुरानी यह परंपरा बताई जा रही हैं खुशी के मौके पर नाच गाकर लोगो को खुश करने वाली ये महिलाएं ने कैमरे पर बताई अपनी दर्द भरी दस्ता।ये रिपोर्ट देखिये-----
वीओ - आर्केस्ट्रा में नाचती ये महिलाएं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की एक गांव की है जो बरसो पुरानी गलत परंपरा का दंश झेल रही है लड़कियां । नाच गाकर दूसरे को खुश करने वाली यह महिलाएं इस मुफ़लिस भरी जिंदगी और अपनी परंपराओं से खासा मायूस है। नाचने वाली महिलाओं ने कहा उनके माँ -बाप ने उन्हें लाखो रुपये लड़के वालों से लेकर उसकी शादी कर दी और उसका पति उसे स्टेज और ऑर्केस्ट्रा मे नचाकर लड़की के माँ बाप को दिए गए अपने लाखो रुपये वसूल करता है। पीड़ित महिलाओं ने बताया यह उनके यादव नट समाज यानी नचनिया समाज की पुस्तैनी परंपरा है जो लड़कियों को बेचते खरीदते है ।उनकी कीमत सुंदरता के आधार पर लड़के और लड़की के माँ बाप अपने रिस्तेदारो और समाज के बुजुर्ग लोगो की पंचायत में तय होती है जो बंद होना चाहिए।

बाईट-नाचने वाली पीड़ित महिला।

वीओ - महिलाओ की सुरक्षा और आजादी को लेकर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार शख्त है । जहाँ एक तरफ तीन तलाक , हिजाब, जैसे पुरानी गलत परंपरा पर रोक लग सकती है तो नट समाज के इस परंपरा पर भी रोक लगनी चाहिए। नाचने वाली नट समाज की पीड़ित महिलाओं ने कहा इस परंपरा से सिर्फ महिलाएं पीड़ित नही है उनके बच्चो की परवरिश भी ठीक से नही हो पा रही है, उनकी शिक्षा भी ठीक से नही हो पा रही है ।वह मजबूरी में नाच गाना करते है उनका पति लाखो रुपये देकर शादी किया है तो नचायेगा ही।उनके पास न तो कोई जमीन है जिसके जरिये वह गुजर बसर कर सके।।

बाईट-नाचने वाली पीड़ित महिला

वीओ - इन लड़कियों के माँ बाप को पैसे देकर खरीदने वाले इनके पति की माने तो उनकी यह परंपरा रही है जो पैसे देकर शादी करेंगे तो अपनी पत्नी को नचाएंगे और वह पूरे परिवार को नाच गाने से कमाकर परवरिस करेगी।अगर वह शादी बिना पैसे दिए करेंगे तो उसका पति उसे कामकर खिलायेगा।वह खुद कर्ज लेकर लड़की के माँ बाप को पांच लाख देकर शादी किया है और वह यह उनसे नचाकर पैसा वसूल कर रहा है।

बाइट-  कट टू कूट (न नाचने वाली महिला के पति।)

फाइनल वीओ - पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लखिमपुर खीरी की खबर सरकार तक पहचानी बहुत जरूरी है । इस खबर की पीछे इस समाज को जागरूक करने का उद्देश्य यह है। ताकि ऐसी परंपरा बंद हो सके।

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