आधार बना घर के पते की खोज का जरिया, बिछड़े मां बाप से हुआ मूकबधिर बच्चें का मिलन*
*आधार बना घर के पते की खोज का जरिया, बिछड़े मां बाप से हुआ मूकबधिर बच्चें का मिलन*
देश का दर्पण/ शाजिफ हुसैन।
लखीमपुर खीरी 18 जुलाई। सोमवार का दिन माता पिता और उनके जिगर के टुकड़े बिछड़े मूक बधिर बच्चे के लिए खास रहा। महिला कल्याण विभाग एवं जिला बाल कल्याण समिति की सूझबूझ और आधार इस परिवार के लिए वरदान साबित हुआ। आधार वेरिफिकेशन से मां बाप से बिछड़े मूकबधिर बच्चें का मिलन हो सका। बिछड़े हुए अपने बेटे से मिलकर मां-बाप फूले नहीं समा रहे थे। पहचान के बाद बाल कल्याण समिति ने मूक बधिर बच्चे को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय कुमार निगम ने बताया कि कुछ समय पूर्व जिला बाल कल्याण समिति के आदेश पर एक भटके हुए बालक नाम अज्ञात (नशान सिंह) माँ काली सेवा संस्थान द्वारा प्रबंधित बालगृह (बालक) लखीमपुर खीरी में आवासित कराया गया था। बालक मूक होने के कारण अपना पता बता पाने में असमर्थ था, जिसके पते की खोज के लिए उनके निर्देश पर बालगृह की अधीक्षक ने बच्चे का आधार वेरीफिकेशन कराया, जिसमें बच्चे के पिता व पता ज्ञात हो गया।
उन्होने बताया कि आधार के जरिए प्राप्त डाटा के आधार पर बच्चे के पिता से बात करके उनको बाल कल्याण समिति लखीमपुर खीरी आने को कहा गया। माता-पिता व अन्य सगे संबंधी के साथ आकर पिता ने बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत होकर बच्चे को देखा तो उनकी आँखों में आँसू आ गए। देखते ही अपने जिगर के टुकड़े को पहचान लिया और बच्चों को गले से लगा लिया। बाल कल्याण समिति ने मुक्त आदेश पारित कर बच्चे को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया। इस मौके पर सुरेंद्र पाल सिंह व रामशरण सिंह रोहित कुमार, अजय वर्मा व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
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