भारत में अमित साह मोदी के बाद दुशरे नबंर तो घट गया डोवाल का कद।27/10/19


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 अमित शाह बने नंबर दो तो घट गया अजित डोवाल का कद? एजेंसियों को निर्देश देने से पहले लेनी पड़ रही गृह मंत्री से मंजूरी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जब राजनाथ सिंह गृहमंत्री थे तो अजीत डोवाल का नॉर्थ ब्लॉक की बैठकों में मौजूद रहने की स्वतंत्रता थी, लेकिन अब अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद से अजीत डोवाल के दखल में कुछ कमी आयी है। नई दिल्ली | Updated: October 27, 2019  अमित शाह बने नंबर दो तो घट गया अजित डोवाल का कद? एजेंसियों को निर्देश देने से पहले लेनी पड़ रही गृह मंत्री से मंजूरी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और एनएसए अजीत डोवाल। (फाइल फोटो) मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के रुतबे में इजाफा हुआ है या कुछ कमी आयी है? एक तरफ तो अमित शाह के केन्द्रीय गृह मंत्री बनने के बाद आंतरिक सुरक्षा के मामले में अजीत डोवाल के कद में कुछ कमी आयी है। दरअसल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जब राजनाथ सिंह गृहमंत्री थे तो अजीत डोवाल का नॉर्थ ब्लॉक की बैठकों में मौजूद रहने की स्वतंत्रता थी, लेकिन अब अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद से अजीत डोवाल के दखल में कुछ कमी आयी है। अब अजीत डोवाल जब आईबी चीफ और अन्य एजेंसियों के प्रमुखों को कोई निर्देश देते हैं तो इसके लिए उन्हें पहले अमित शाह से मंजूरी लेनी पड़ती है। हालांकि दूसरी तरफ इस बात के सबूत भी हैं कि अजीत डोवाल का कद कुछ अन्य क्षेत्रों में बढ़ा है। उदाहरण के लिए पहले डोवाल का ऑफिस सरदार पटेल भवन के एक फ्लोर पर था, लेकिन अब डोवाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है और पूरी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सचिवालय की बिल्डिंग पर अजीत डोवाल का कब्जा है। इतना ही नहीं 3 डिप्टी एनएसए भी नियुक्त किए गए हैं और सचिवालय के गेट को भी बेहतर किया गया है। बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अधीन सिर्फ एक ही डिप्टी एनएसए होता था। अब आरएन रवि, राजिंदर खन्ना और पंकज सरन बतौर डिप्टी एनएसए, अजीत डोवाल के निर्देशन में काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल को भी अब एक पूर्ण सरकारी विभाग की तरह डेवलेप किया जा रहा है।  बता दें कि बीती 5 अगस्त को केन्द्र सरकार ने एक बहुत ही अहम और ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान हटा दिए थे। सरकार ने इस फैसले को ठीक तरह से लागू करने की जिम्मेदारी दी थी, उनमें अजीत डोवाल का नाम भी प्रमुख है। आर्टिकल 370 हटने के बाद घाटी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने और स्थानीय लोगों से मिलकर तनावपूर्ण माहौल को कुछ हद तक कम करने में अजीत डोवाल ने अहम योगदान दिया है।                       www.deshkadarpannews.com                       

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