पातेपुर श्री राम जानकी मठ से श्री राम जन्म भूमि भेजी गई ढाई सौ से अधिक भार।


पातेपुर श्री राम जानकी मठ से श्री राम जन्म भूमि भेजी गई ढाई सौ से अधिक भार।


 
देश का दर्पण न्यज बिहार वैशाली संवाददाता रंजीत कुमार 

पातेपुर श्री राम जानकी मठ से श्री राम जन्म भूमि भेजी गई ढाई सौ से अधिक भार। मिथला संस्कृति परंपरा के अनुसार बेटी के यहां होने वाली शुभ कार्यक्रम पर होने वाली परंपरा हुआ निर्वहन। इस मौके पर सोना चांदी, कांस  के बर्तन , आधा दर्जन किस्म से अधिक फल, अनाज, पकवान, दही, पान, मखान, मशाला, आलू, नमक समेत, श्रृंगार के समान, बिछावन,वस्त्र आभूषण भी भेजी गई। भगवान राम लला के भेजे जा रहें भारों के साथ ढोल ,बैंड बाजे, महिला के मैथिली गीत के साथ पंडित के वैदिक मंगलाचरण भी पड़ी सुनाई। अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के भेजें जाने वाली भार को साधु ,संत, महंत, सैंकड़ो पुरुष, दर्जनों महिलाओं के साथ  स्कूल के बच्चें भी हुए शामिल। पातेपुर बी.डी.ओ.मनोज कुमार राय ने कहा कि इस मनोरम दृश्य को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है जिसका वर्णन शब्दों में नही कहा जा सकता है । वहीं मौके पर पहुंचे पातेपुर निबंधन अधिकारी अमृता कुमारी ने बताया कि श्री राम जन्म भूमि तीर्थ में पातेपुर के श्री राम जानकी मठ से भार भेजी जा रही है। यह बहुत गौरवपूर्ण बात है। इसका आज साक्षी बनने का आज मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ है। पातेपुर महंत बाबा विश्व मोहन दास ने बताया कि भगवान श्री राम को मिथलांचलवासी दामाद के रूप में, बहनोई के रूप में मानते हैं। हमारे मिथला संस्कृति की परंपरा रही है कि बेटी के ससुरार में कोई शुभ कार्य होती है । इस अवसर पर कुछ संदेश  नहिहर (मायके) से भेजी जाती है। इसी परंपरा के अनुसार मिथलांचल से अयोध्या के लिए भार भेजी जा रही है।
मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को पातेपुर श्री राम जानकी मठ से अयोध्या तीर्थ में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ढाई सौ से अधिक भारें भेजी गई है। गौरतलब हो कि 22जनवरी को अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में राम लला का प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर पातेपुर श्री राम जानकी मठ के मठाधीश महंत बाबा विश्व मोहन दास को इस यज्ञ में सम्मिलित होने के लिए निमंत्रण पत्र दी गई थी। इस अवसर पर पातेपुर श्री राम जानकी मठ से 251 से अधिक भार भगवान लला की नगरी अयोध्या तीर्थ भेजी गई है। इस अवसर पर वस्त्र में भगवान राम जानकी के धोती, कुर्ता, पाग ,सारी, श्रृंगार  के समान, बिछावन, कंबल आदि, सोना थाली, चम्मच, कटोरी, चांदी के गिलास , नारियल, कलश, चरण पादुका,आभूषण , बर्तन वहीं फल में केला, अनार, नींबू  सेव, संतरा एक दर्जन से अधिक तरह के फल, चुरा, चावल, दाल , मक्का , खाजा, लड्डू, मिठाई, पेड़ा, काजू बादाम, किसमिस, मखान, मखान  के माला, पान,लाई , चुरा, तिलवा,दही समेत 150 से अधिक प्रकार के समान भेजी गई है। इस अवसर पर बैंड बाजे के साथ कुल पुरोहित पंडित देवेंद्र झा के मंगलाचरण के साथ मठ में आए सैंकड़ो श्रद्धालुओं ने अपने अपने सिर पर भार लेकर मुख्य दरवाजे पर खड़ी गाड़ी में रखी। जिसके बाद दर्जनों गाड़ियों के साथ सैंकड़ों लोगों ने अयोध्या तीर्थ के लिए रवाना हुए।

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