ब्लॉकों में एक-एक कंपोजिट विद्यालय कक्षा 12 तक किए जाएंगे उच्चीकृत*
ब्लॉकों में एक-एक कंपोजिट विद्यालय कक्षा 12 तक किए जाएंगे उच्चीकृत*
लखीमपुर खीरी 29 जून ( पी एम ए ) ग्रामीणों के लिए अच्छी खबर है कि बेसिक शिक्षा विभाग के कंपोजिट विद्यालयों (कक्षा एक से आठ तक) को आदर्श कंपोजिट विद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा, जिससे इनमें कक्षा एक से 12 तक पढ़ाई होगी। इससे अभिभावकों के सामने बच्चों को इंटर तक की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं भेजने की समस्या नहीं होगी। बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बेहजम और कुंभी ब्लॉक के एक-एक कंपोजिट विद्यालय का चयन कर उन्हें उच्चीकृत करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।
बताते चलें कि योगी सरकार ने कुछ साल पहले एक परिसर में संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का एक में विलय करते हुए इन्हें कंपोजिट (संविलियन) विद्यालय के रूप में मान्यता दी थी, जिससे इनमें कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई एक साथ कराई जा रही है। अप्रैल 2022 में महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने शासनादेश जारी कर इन कंपोजिट विद्यालयों को आदर्श कंपोजिट विद्यालय के तौर पर उच्चीकृत करने के आदेश दिए हैं, जिससे इनमें कक्षा एक से 12 तक की पढ़ाई कराई जाएगी। अभी प्रत्येक ब्लॉक के एक-एक कंपोजिट विद्यालय को आदर्श कंपोजिट विद्यालय के तौर पर उच्चीकृत करके आधुनिकीकरण किया जाएगा, जिससे संबंधित ग्राम के बच्चों के साथ ही निकटवर्ती ग्रामों के बच्चों को भी उच्चतम कोटि के माहौल में शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिलेगा।
शासनादेश के मुताबिक ऐसे कंपोजिट विद्यालयों के पास कम से कम 16000 वर्ग मीटर जमीन होना आवश्यक है और परिसर में अतिरिक्त निर्माण कार्य के लिए 70 बाई 50 वर्ग मीटर जमीन का भूखंड होना जरूरी है। प्रत्येक ब्लॉक से एक-एक कंपोजिट विद्यालय का इस योजना के तहत चयनित कर प्रस्ताव मांगे गए हैं। अभी तक दो ब्लॉकों बेहजम के कंपोजिट विद्यालय पैला और कुंभी के कंपोजिट विद्यालय सुभाषनगर को उच्चीकृत करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
बीसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय पैला के पास करीब 10 एकड़ से अधिक जमीन उपलब्ध है, जिससे इसका उच्चीकृत करने के लिए चयन कर प्रस्ताव भेेजा गया है। वहीं कुंभी के कंपोजिट विद्यालय सुभाषनगर के पास भी 66 हजार वर्ग मीटर जमीन की उपलब्धता है।
कंपोजिट का आधुनिकीकरण कर बनाया जाएगा अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय
बेसिक शिक्षा विभाग के अन्य कंपोजिट विद्यालयों का भी आधुनिकीकरण कर उन्हें अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के तौर पर विकसित किया जाएगा, लेकिन इनका उच्चीकरण नहीं होगा। मसलन इन विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक ही पढ़ाई जारी रहेगी। इस योजना के तहत कंपोजिट विद्यालय के पास तीन हजार वर्ग मीटर जमीन होना आवश्यक है और विद्यालय परिसर में अतिरिक्त निर्माण कार्य के लिए न्यूनतम 60 बाई 40 मीटर जमीन का भूखंड होना जरूरी है। ऐसे विद्यालय में न्यूनतम नामांकन 250 से अधिक होना जरूरी है। इस योजना में चयनित होने वाले अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय में बालक-बालिकाओं की संख्या के अनुपात में शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। बीएसए डॉ लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि इस अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय योजना में सात कंपोजिट विद्यालयों का चयन कर प्रस्ताव भेजा गया है।
सरकार ने कंपोजिट विद्यालयों के उच्चीकरण एवं आधुनिकीकरण के लिए दो अलग-अलग योजनाएं संचालित की हैं, जिससे जमीन की उपलब्धता के अनुसार कंपोजिट विद्यालय को आदर्श कंपोजिट विद्यालय (कक्षा एक से 12 तक) के तौर पर उच्चीकृत किया जाएगा। वहीं अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के तौर पर विद्यालयों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। मानक अनुसार कंपोजिट विद्यालयों का चयन कर प्रस्ताव सभी बीईओ से मांगे गए हैं।
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