उत्तर प्रदेश बाराबंकी न्यूज़,सीएचसी रामनगर में चिकित्सकों की हैवानियत से शर्मसार इंसानियत* *अंधेरो होते ही बदल जाती है सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों की फितरत* *बिना सुविधा शुल्क लिए गंभीर मरीजो को देखते तक नहीं चिकित्सक*
*सीएचसी रामनगर में चिकित्सकों की हैवानियत से शर्मसार इंसानियत*
*अंधेरो होते ही बदल जाती है सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों की फितरत*
*बिना सुविधा शुल्क लिए गंभीर मरीजो को देखते तक नहीं चिकित्सक*
*पीड़ित ने जब स्वास्थ्य कर्मी की शिकायत की तो वही के कुछ दबंग व्यक्ति पीड़ित पर लगातार सुलह का दबाव बना रहे है*
Anchor,,,, चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के भ्रष्टाचार से रोजाना जहां तमाम गंभीर मरीज कालकल्वित हो जाते हैं तो बेशर्मी पर अमादा स्वास्थ्य कर्मियों को न तो सरकार का डर है और न ही कानून व्यवस्था का। कुछ ऐसा ही 26 अगस्त की रात पीड़ित धर्मराज अपनी पत्नी मुस्कान को डिलीवरी के इलाज के लिए सीएचसी शाम करीब 5 बजे लेकर गया।रात्रि 10 बजे जब उसे प्रसव पीड़ा होने लगी तो तिमारदारी मे लगे परिवारीजनों ने मौजूदा नर्स सविता यादव से इलाज के लिए आग्रह किया। जिसपर नर्स से झिकड़ते हुए कहा कि सुबह से पहले हाथ नहीं लगाएंगे चाहे मरीज रहे या मर जाए मुझे पैसा सरकार देती है कोई मरीज नहीं जो रात खराब करूं।रात्रि करीब 03 बजे जब नर्स को हजार रूपए सुविधा शुल्क के दिए गए तब जाकर उसने बतौर चिकित्सक की भूमिका के महिला की सर्जरी से प्रसव कराया।
Vo,,,,रात होते ही दंबगो की अय्याशी का अड्डा बन जाता है रामनगर सीएचसी। तैनात स्वास्थ्य कर्मियों में से ही कुछ जिनमें इंसानियत अभी बाकी है, ने मीडिया कर्मी को अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि यहां चंद दबंगों का बोलबाला है जिसमें से कुछ दबंग व्यक्ति भी बताए जाते हैं जो रात्रि होते ही यहां पहुंच जाते है और शराब से लेकर कबाब तक सभी सुविधाआंे का भरपूर उपयोग करते हैं। जिसके चलते ही यहां के वे स्वास्थ्यकर्मी जो ऐसे लोगों को सरंक्षण देते हैं बेलगाम हो गए है और इंसानियत तारतार करते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है। फिलहाल यह तो जांच का विषय है कि ऐसा वास्तविक मे होता है या नहीं?
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