राजस्थान राजाखेड़ा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावितगाँवों का किया दौरा, नुकसान का सर्वे कराकर आपदा राहत नियमों के अनुसार त्वरित रूप से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी - अशोकगहलोत ,





राजाखेड़ा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावितगाँवों का किया दौरा,
नुकसान का सर्वे कराकर आपदा राहत नियमों के अनुसार त्वरित रूप से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी - अशोकगहलोत ,

प्रधानमंत्री से ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना ) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की माँग की

धौलपुर ( धर्मेन्द्र बिधौलिया )
25 अगस्त।
मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने जिले के राजाखेड़ा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवो का दौरा कर हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री गहलोत ने सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर एवं राजाखेड़ा क्षेत्र के बाढ़, अतिवृष्टि गांवो का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्राी ने बाढ़ प्रभावित राजाखेड़ा क्षेत्र के करीब 1 दर्जन गांवो का दौरा कर क्षेत्र में बचाव एवं राहत कार्यों के बारे में जानकारी लेकर फसल, पशुओं तथा सार्वजनिक एवं निजी सम्पत्ति को हुए नुकसान का शीघ्र आकलन कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। गहलोत ने कहा कि आकलन कर नियमानुसार प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को शीघ्र भिजवाएं, ताकि समय पर प्रभावितों को राहत पहुंचाई जा सके।
मुख्यमंत्राी के साथ पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन किया। उन्होंने चम्बल नदी के आस-पास के चीलपुरा, अण्डवा पुरैनी, महदपुरा, टीकतपुरा, वक्तपुरा, चाडियान का पुरा, शंकरपुरा, गोपालपुरा क्षेत्र में जल भराव स्थलों का जायजा लिया।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार जलभराव की स्थिति को लेकर गंभीर है। सरकार संकट की इस घड़ी में जनता के साथ खड़ी है। राहत एवं बचाव कार्यों में कोई कमी नहीं आएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राथमिकता के साथ राहत पहुंचाने का कार्य किया जाए। उन्होंने आश्रय स्थलों पर की जा रही व्यवस्थाओं को जल निकासी तक जारी रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि प्रशासनिक सूझ-बूझ से जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों से रूबरू होकर जल भराव से उत्पन्न स्थिति और आश्रय स्थल पर की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने प्रभावित परिवारों को विश्वास दिलाया कि उनके नुकसान का सर्वे कराकर आपदा राहत नियमों के अनुसार त्वरित रूप से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ द्वारा 5 हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा गया है। 3 लोगों को सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करवाने का काम किया गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रा में अण्डवापुरैनी तथा चीलपुरा गांव के लोगों ने इस दौरान मुख्यमंत्राी से पूर्व में बाढ़ से विस्थापन के लिए जारी किये गये पट्टो की भूमि का समतलीकरण करवाने की मांग की जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इसके लिए बजट में प्रावधान किया जायेगा।

पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यभर में शीघ्रता शीघ्र बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का सर्वे करवाकर प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूर्व राष्ट्रीय परियोजना याद सीपी को शीघ्रता से स्वीकृति प्रदान करने की मांग की।उन्होंने कहा इस परियोजना के शुरु हो जाने से राज्य के 13 जिलों को सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी मिलेगा।
इस मौके पर राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा, संभागीय आयुक्त सावंरमल वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव, जिला कलक्टर अनिल कुमार अग्रवाल, जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिँह, काँग्रेस जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी, प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार तौमर, देवेन्द्र प्रताप सिंह, मूला सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

Comments

Popular posts from this blog

रानोली गणगौर स्टेडियम में दों दिवसीय गणगौर मेले का आगाज...* *पंचायत प्रसाशन की और से लगाऐं गए सीसीटीवी कैमरे...*

मण्डल रेल प्रबन्धक ने मंडलीय अधिकारियों संग किया बनारस - प्रयागराज रामबाग रेल खण्ड का विन्डो ट्रेलिंग निरीक्षण , दिए दिशा-निर्देश

उत्तर प्रदेश न्यूज़, मऊ में टीएसी टीम ने परखी सड़क निर्माण की गुणवत्ता